रायपुर। अग्निपथ भर्ती पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बड़ा बयान सामने आया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि सेना की भर्ती पूर्णकालिक होनी चाहिए। आखिर पूर्णकालिक भर्ती करने में तकलीफ क्या है। देश की सीमा और युवाओ के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। क्या उनके पास सेना में भी भर्ती करने के लिए पैसा नहीं है। सेना भर्ती पर केंद्र को श्वेत पत्र जारी करना चाहिए कि ऐसी स्थिति क्यों आई है।

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आपराधिक घटनाओ में भी शामिल हो सकते हैं युवा

मुख्यमंत्री ने अग्निपथ योजना में शामिल होने वाले युवाओ के भविष्य पर केंद्र से सवाल किया। उन्होंने कहा कि जो युवा 4 साल बाद अपने घर सेवा देकर वापस आएंगे उनका क्या होगा। जिनकी दुबारा रक्षा क्षेत्र में भर्ती हो गयी वो तो ठीक है लेकिन जो नहीं हो पाए जो बेरोज़गार ही रहेंगे उनके बारे में क्या? उन्हें सेना की ट्रेनिंग मिल चुकी है। उन्हें हथियार चलाने आता है। ऐसे में वो गिरोह बना के आपराधिक घटनाओ में भी शामिल हो सकते हैं। अभी आप देखेंगे चाहे वो नक्सली क्षेत्र हो या और दूसरे क्षेत्रों में आखिर किन लोगो ने ट्रेनिंग दी ? ऐसे हथियारों की जानकारी रखने वाले हज़ारो युवा अगर बेरोज़गारी में गुमराह हो जायेंगे तो उस गाँव उस शहर उस प्रदेश की स्थिति क्या होगी।

देश के कई राज्यों में हो रहा है योजना का हिंसक बहिष्कार

बता दें कि अग्निपथ योजना को लेकर बिहार समेत देश के कई राज्यों में इस योजना के खिलाफ युवाओ का गुस्सा देखने को मिल रहा है। सबसे ज़्यादा इस योजना का विरोध बिहार में किया जा रहा है। यहां युवाओं द्वारा ट्रेनों में आगजनी और पत्थरबाजी की घटनाओ को अंजाम दिया गया है। वहीं विपक्ष के साथ-साथ उनकी सहयोगी दलों ने भी केंद्र की इस योजना का विरोध शुरू कर दिया है। कांग्रेस की ओर से आज राहुल गाँधी ने ट्वीट कर योजना का विरोध किया। वही भाजपा के नेता और पीलीभीत के सांसद वरुण गाँधी ने भी अग्निपथ योजना पर सरकार की ओर से स्पष्टीकरण माँगा।

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