Winter session of Parliament

नई दिल्ली। मानसून सत्र की शुरुआत सोमवार से होने जा रही है। इसके लिए केंद्र सरकार ने तैयारियां पूरी कर ली है। कोरोना संकट के बीच शुरू होने जा रही मानसून सत्र के लिए प्रमुख विपक्षी दलों ने भी केंद्र सरकार को घेरने के लिए मुद्दों की बड़ी सूची तैयार कर ली हैं । इसके पहले महासचिव पीसी मोदी ने आज एक आदेश जारी किया है, जिसके मुताबिक संसद में किसी भी धरने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

आपको बता दें कि संसद के इस सत्र के काफी हंगामेदार रहने के आसार हैं। विपक्ष के पास महंगाई, बेरोजगारी, अग्निपथ योजना जैसे ऐसे कई मुद्दे हैं, जिसपर सरकार के साथ तकरार देखने को मिल सकती है। राज्यसभा के महासचिव पीसी मोदी के एक नए आदेश के अनुसार, संसद सदस्य किसी भी धरने या हड़ताल के लिए इसके परिसर का उपयोग नहीं कर सकते हैं।

पीसी मोदी के आदेश में कहा गया है, “सदस्य किसी भी प्रदर्शन, धरना, हड़ताल, उपवास या किसी धार्मिक समारोह को करने के उद्देश्य से संसद भवन के परिसर का उपयोग नहीं कर सकते हैं।उन्होंने सदस्यों से सहयोग की अपील की है।
वहीं, कांग्रेस ने इस फैसले का विरोध किया है। पार्टी के मीडिया सेल के प्रभारी जयराम रमेश ने ट्वीट कर इस फैसले पर तंज कसा है। उन्होंने आदेश की चिट्ठी ट्वीट करते हुए लिखा, ‘विश्वगुरु की नवीनतम सलाह- धरना मना है!