रायपुर। आज राजधानी के सर्किट हाउस में कांग्रेस प्रदेश कार्यकारिणी की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम, मंत्री उमेश पटेल और प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य एवं पदाधिकारी उपस्थित थे।

बैठक के बारे में प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने बताया कि आज एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें प्रदेश कार्यकारिणी और पार्टी के जिला अध्यक्ष सम्मिलित हुए थे। बैठक में सभी पदाधिकारी और कार्यकारिणी सदस्यों ने अपने अपने विचार रखे हैं और सुझाव दिए हैं।

पुनिया ने लगाया भाजपा पर द्वेष भावना का आरोप

मीडिया से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रभारी पूनिया ने भारतीय जनता पार्टी पर द्वेष भावना से सरकारी संस्थानों के दुरुपयोग का आरोप लगाया। पुनिया ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी राजनीतिक द्वेष की भावना से सीबीआई और ईडी का सहारा लेती है और दोनों संस्थाओं का दुरुपयोग करती है। इसका उदाहरण राहुल गांधी से 50 घंटे ईडी द्वारा की गई पूछताछ है और अब आगामी 21 जुलाई को ईडी द्वारा सोनिया गांधी को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। पूछताछ कितनी देर चलेगी इसकी हमें कोई जानकारी नहीं है। इस पूछताछ के विरोध में 21 तारीख को ही ईडी दफ्तर के सामने कांग्रेस पार्टी द्वारा धरना प्रदर्शन किया जाएगा। जिसके बाद 22 तारीख को सभी जिलों में कांग्रेस द्वारा प्रदर्शन किया जाएगा।

भारत जोड़ो यात्रा में छग को शामिल करने लिखा पत्र

भारत जोड़ों यात्रा के संबंध में बताते हुए पीएल पुनिया ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा को लेकर 14 तारीख को एआईसीसी की एक अहम बैठक हुई थी। जिसमें इस पदयात्रा के प्रारंभिक रूपरेखा का खुलासा किया गया था। इसमें किस तरह से अन्य प्रदेशों को सम्मिलित किया जा सकता है इन सब मुद्दों पर चर्चा की गई थी। इसमें केवल 12 प्रदेश को ही शामिल किया गया है। जिसमें फिलहाल छत्तीसगढ़ शामिल नहीं है। भारत जोड़ो यात्रा में 148 दिनों तक साढ़े 3 हजार किलोमीटर की पदयात्रा की जाएगी, जिसमें राहुल गांधी भी हिस्सा लेंगे। इस यात्रा में छत्तीसगढ़ को भी शामिल करने के लिए 14 तारीख को प्रदेश अध्यक्ष द्वारा पत्र लिखकर आग्रह किया गया है। फिलहाल इसमें 12 प्रदेश के अलावा किसी अन्य प्रदेश को सम्मिलित नहीं किया गया है।

ये विचारधारा की लड़ाई है

एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को आदिवासी विधायकों द्वारा समर्थन देने के विषय पर पूनिया ने कहा कि यह विचारधारा की लड़ाई है। कांग्रेस पार्टी और उनके पदाधिकारी विधायक भाजपा विचारधारा का कभी समर्थन नहीं कर सकते यह बात बिल्कुल स्पष्ट है। चाहे भाजपा कुछ भी कहे, भाजपा के कुछ कहने या ना कहने से कोई फर्क नहीं पड़ता।

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