0 छग विधानसभा का पावस सत्र होगा हंगामेदार

0 पास होंगे आधा दर्जन विधेयक और 6 बैठकें

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का कल बुधवार 20 जुलाई 2022 को पावस सत्र प्रारंभ होगा। छह बैठकों के इस मानसून सत्र में कुल 894 सवाल लगे हैं। वहीं सत्र में आधा दर्जन विधेयक भी पास होंगे। लेकिन लगता नहीं कि विपक्ष बिना हंगामा बरपाए सत्तापक्ष को चैन से सत्र पूरा करने देगी। प्रदेश सरकार को किस मुद्दों पर घेरना है इसकी प्राथमिकता तय भी कर ली है। सूबे के कद्दावर मंत्री टीएस सिंहदेव के पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग के पद से खुद को अलहदा करने व 4 पन्ना का इस्तीफा देकर बैठे बिठाये खुद की सरकार को घेरने का मुद्दा दे दिया है। बता दें कि सिंहदेव प्रकरण से पूर्व भूपेश सरकार को घेरने के लिए विपक्ष के पास किसान, खाद, वित्तीय अनियमित्ताओं के अलावा तबादला जैसे घिसे पिटे विषय ही थे। मंत्री सिंहदेव के इस्तीफा मामले के बाद सत्र के पहले दिन ही प्रश्नकाल बेहद हंगामेदार करने का मूड विपक्ष बना चूका है। खैर, विपक्ष के सवालों से बचने की तैयारी तो विभागीय मंत्री कर लेंगे परंतु खुद के मंत्री के इस्तीफे और चार पन्नों के पत्र का क्या जवाब सरकार देगी ये ज़्यादा दिलचस्प होगा।

ज़्यादा हंगामा हुआ तो वक्त से पहले ना हो सत्र समाप्त

20 से 27 जुलाई के बीच 6 बैठकों और कुल 894 सवालों वाला छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र पूर्व निर्धारित वक्त पर चले इसकी जिम्मेदारी विपक्ष और सत्तापक्ष पर भी निर्भर करेगा। खनिज, कृषि खाद, सहकारिता, जीएडी आबकारी समेत वित्त विभाग से सम्बंधित सवाल ज़्यादा संख्या में पूछे गए हैं। ऐसे में इन सवालों के अलावा मंत्री के इस्तीफे पर गरमागरम बहस सत्र की बैठकों पर असर डालेगी। जानकारों की मानें तो सत्र वक्त से पहले ही न समाप्त हो जाये।

इन विधेयकों की सूचना

छत्तीसगढ़ रोजगार मिशन व राजीव मितान योजना हेतु उपकर राशि लिए जाने संशोधन विधेयक, छग निजी विश्वविद्यालय स्थापना एवं संचालन (संशोधन)विधेयक, छग पंचायत उपबंध (पैसा ) नियम।, छग. विद्युत शुल्क अधिनियम 1949 में संशोधन विधेयक, छग.विनियोग विधेयक, छग. विस अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, नेताप्रतिपक्ष, विधायक एवं सदस्यों के वेतन भत्तों का संशोधन अधिनियम 1972 में संशोधन विधेयक, छग. भू- जल (प्रबंधन और विनियमन )विधेयक समेत चंद अन्य विधेयक शामिल हैं।

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