नारायणपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग के युवक-युवतियों को शासकीय नौकरी में प्रमुखता दी जा रही है। कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी एवं पुलिस अधीक्षक सदानन्द कुमार ने नारायणपुर जिले के अबूझमाड़िया जनजाति के 7 युवक-युवतियों सहित 55 उम्मीदवारों को कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में नियुक्ति आदेश प्रदान किया। साथ ही उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी। साथ ही चुने गए अभ्यर्थियों से कलेक्टर रघुवंशी ने बारी-बारी से परिचय प्राप्त किया और पूरे लगन से काम करने की बात कही। स्थानीय स्तर पर ही शासकीय नौकरी मिलने से विशेष पिछड़ी अबूझमाड़िया जनजाति वर्ग के युवक-युवतियों में उत्साह देखा जा रहा है।

पढ़ाई के लिए मीलों का सफर

ग्रेड 03 में चयनित अभ्यर्थी लालूराम उसेंडी ने बताया कि वह नारायणपुर जिले के धुर नक्सल प्रभावित कुतुल से 25 किलोमीटर दूर उसेबेड़ा गांव का निवासी है, उसने पहली से कॉलेज तक पढ़ाई की। इसके लिए उसे हर रोज काफी दूर तक सफर करना पड़ता था। शासन की योजनाओं से लाभ लेकर किया है। देश के सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े हुए विशेष पिछड़ी जनजातियों अबूझमाड़िया के युवाओं को शासकीय नौकरी देने के लिए उसने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार जताया।

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अभिभावकों में ख़ुशी का माहौल

जिले के अंदरूनी गांवों के युवक-युवतियों को शासकीय नौकरी मिलने से अभिभावक बेहद खुश है, उन्होंने कहा कि हमारे बच्चों को नौकरी मिलने से बहुत बड़ी चिंता दूर हो गई है, अब हमारे जीवन में खुशियां आएंगी। इस कार्य के लिए हम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को साधुवाद देते हैं।

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