कलेक्टर बने टीचर, 10 वीं के स्टूडेंट्स की लगाई क्लास
रायपुर। कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर भुरे ने आज ग्रामीण इलाकों के दौरे पर निकले। इस दौरान वे शिक्षक की भूमिका में भी नजर आये। उन्होंने आज बरौदा के आंगन बाड़ी केंद्र में छोटे बच्चों को सिखाये जा रहे शब्द ज्ञान और सामान्य ज्ञान को परखा तो बरबंदा के हाई स्कूल में दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों की क्लास लगाई।

विद्यार्थियों को पढ़ाया अंग्रेजी का पाठ

कलेक्टर ने बरबंदा के हाई स्कूल में कक्षा दसवीं के विद्यार्थियों से अंग्रेजी विषय के बारे में पूछा। उन्होंने हिंदी वाक्य का इंग्लिश में ट्रांसलेशन, टेन्स आदि की जानकारी विद्यार्थियों से ली। छात्रा कुमारी रत्ना यादव से कलेक्टर ने अपने रहने के स्थान को इंग्लिश भाषा मे बोर्ड पर लिखने को कहा। रत्ना ने आई लिव इन नेवरडिह लिखा । जिस पर कलेक्टर ने गलती सुधार के लिये विद्यार्थियों से प्रश्न किये और सही वाक्य रचना बताई। उन्होंने छात्र नागेश वर्मा से “मैं दसवीं कक्षा में पढ़ता हूँ“ वाक्य को इंग्लिश में अनुवाद के लिए कहा। छात्र ने “आई रीड़ इन टेन्थ क्लास“ लिखा। कलेक्टर ने इस पर समझाइश दी कि रीड किताब पढ़ने जैसी क्रिया के लिए उपयोग होता है, ऐसी जगहों पर “स्टडी” शब्द का प्रयोग किया जाना चाहिए।

डॉ. भुरे ने सभी बच्चों को मन लगाकर पढ़ने और आगे बढ़ने की समझाइश दी। उन्होंने कहा कि इंग्लिश कोई कठिन भाषा नही है , बस निरंतर प्रैक्टिस से हम उसमें पारंगत हो सकते है। उन्होंने सभी शिक्षकों को भी पूरी गंभीरता से विद्यार्थियों को पढ़ाने के निर्देश दिए।

आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता की सराहना

बरौदा के आंगनबाड़ी केंद्र में कलेक्टर ने छोटी बच्ची दीपाली को जंगलों मे मिलने वाले जानवरों की फ़ोटो दिखाकर पहचानने को कहा। दिपाली ने शेर, मगरमच्छ, बंदर आदि सभी जानवरों को फोटो देखकर झट से पहचान लिया । डॉ भुरे ने इस पर ख़ुशी ज़ाहिर की और सभी बच्चों का ताली बजाकर उत्साहवर्धन किया। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की भी प्रशंसा की।

गौठानों का किया अवलोकन

कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर भुरे ने इस दौरान चार गांवों का दौरा कर जन समस्याओं और जरूरतों की जानकारी ली। डॉ भुरे आज रिमझिम बारिश के बीच धरसींवा विकासखंड के बरौदा, बरबंदा, पथरी और निलजा गाँव पहुँचे। इन गॉवों में कलेक्टर ने गौठानोंका जायजा लिया और स्थानीय जनप्रतिनिधियों – निवासियों से मुलाकात की। उन्होंने गौठान में चल रही आजीविका की गतिविधियों की जानकारी संचालक समिति से ली। कलेक्टर ने मुर्गीपालन, बकरीपालन सहित अन्य गतिविधियों को लगातार जारी रखने के निर्देश दिए, ताकि महिला समूहों को लगातार रोज़गार मिले और उन्हें लगातार आय भी होती रहे। इस दौरान जिला पंचायत के सीईओ डॉ. रवि मित्तल, जिला कार्यक्रम अधिकारी शैल ठाकुर सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहें।

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