आयुष सेक्टर का होगा डिजिटाइजेशन

नई दिल्ली। आयुष ग्रिड परियोजना के तहत आयुष सेक्टर के पूर्ण डिजीटलीकरण के लिए आयुष मंत्रालय और इलेक्ट्रानिक सूचना तकनीक मंत्रालय के बीच आज करार पत्र (MOU) पर हस्ताक्षर किए गए। आयुष की ओर से सचिव आयुष वैद्य राजेश कोटेचा और इलेक्ट्रानिक सूचना तकनीक मंत्रालय की ओर से सचिव एके शर्मा ने करार पत्र पर हस्ताक्षर किए।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 और ई-गर्वनेंस के अनुरूप सूचना तकनीक से आयुष को जोड़ने के लिए आयुष ग्रिड को पूरी तरह डिजिटल किया जा रहा है। इसके लिए मंत्रालय ने केंद्रीय इलेक्ट्रानिक सूचना तकनीक मंत्रालय से समझौता किया है। इस समझौते का लक्ष्य शोध, शिक्षा और विभिन्ऩ स्वास्थ्य सेवाओं को एकीकृत कर आयुष ग्रिड परियोजना के तहत आयुष के विभिन्न क्षेत्रों का डिजीटलीकरण करना है।

संचार प्रणाली विकसित करने में मिलेगी मदद

इस समझौते से आयुष ग्रिड को मंत्रालय के मूलभूत क्षेत्र जैसे स्वास्थ्य सुरक्षा, क्षमता निर्माण, शोध और विकास, आयुष औषधि निर्माण व विनियमन को आपस में समन्वय करने और राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जीवंत और गतिशील संचार प्रणाली विकसित करने में मदद मिलेगी। इससे न केवल आयुष के भागीदारों को आसानी होगी बल्कि प्रभावशाली प्रशासन में भी आसानी होगी।

इन बिंदुओं पर हुआ करार

दोनों मंत्रालयों के बीच हुए करार में जिन बिंदुओं पर जोर दिया गया है उनमें स्वास्थ्य सेवाओं के अंर्तगत निदान संबंधित दस्तावेज बनाना, निदानकर्ताओं के लिए आपसी संवाद को बढ़ावा देना, अस्पताल प्रबंधन तकनीक को मजबूत करना है। इसी प्रकार शिक्षा के क्षेत्र में आयुष छात्रों के ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया, प्रामाणिक पुस्तकों के ई-संस्करण उपलब्ध कराना, शोध संबंधित तथ्यों को ऑनलाइन करने से लेकर शैक्षिक कैलेंडर और तकनीक आधारित पाठयक्रम को आसान करना है। नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके जैसे- टेलीमेडिसीन, राष्ट्रीय औषधीय पौधों के लिए ई-कामर्स प्लेटफार्म आदि। आयुष ग्रीड बनाए जाने से औषधि संबंधित लाईसेंसिंग प्रणाली भी आसान होगी और इससे जुड़े सभी भागीदारों के लिए बेहद आसान होगा।

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