TS Singhdev

रायपुर। प्रदेश भर में हड़ताल कर रहे शासकीय कर्मियों के एक प्रतिनिधिमण्डल से स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने जो बातें कहीं, उसका वीडियो वायरल हो गया। बाद में इस वीडियो को पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने ट्वीट करते हुए राज्य की कांग्रेस सरकार की आर्थिक स्थिति को लेकर कटाक्ष किया। इसके जवाब में में टीएस सिंहदेव ने अपना बयान जारी किया है। क्या है इस बयान में, आइये जानते हैं पूरा वाकया।

दरअसल स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से मिलने के लिए हड़ताली कर्मियों का प्रतिनिधिमंडल पहुंचा और समर्थन मांगते हुए उनकी बात सरकार तक पहुँचाने का अनुरोध किया। इस दौरान टी एस सिंहदेव ने कहा कि “सरकार की पांच-छह हज़ार करोड़ देने की औक़ात ही नहीं है। उन्होंने कहा कि- मैं घुमाने फिराने की बात नहीं कर रहा हूं। यहां नरवा, गरवा, घुरवा, गोबर सब ज़्यादा हो गया है। किसान को प्राथमिकता समझा गया है। नियमितिकरण भी करना है। इसमें भी खर्च आएगा, दूसरे काम भी तो करने हैं।”

पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव के एक बयान की आड़ में सरकार को घेरने की कोशिश की। डॉक्टर रमन सिंह ने ट्वीट कर कहा कि सरकार के पास ना वेतन देने के पैसे हैं और ना ही घोषणा पत्र के वादे पूरे करने के लिए पैसा है।

पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने भी इस वीडियो को ट्वीट कर सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि “कांग्रेस सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री खुद कह रहे हैं, सरकार के पास पैसे देने की औकात नहीं है! भूपेश बघेल जी के कुप्रबंधन ने छत्तीसगढ़ को कर्ज में डुबोकर दिवालिया कर दिया है। न वेतन देने के पैसे हैं, न ही घोषणा पत्र के वादे पूरे करने के।भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के मिस्टर बंटाधार हैं!”

डॉ. रमन के ट्वीट के वायरल होते ही स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने भी वीडियो के साथ ट्वीट किया और कहा कि “शब्दों के चयन में मुझसे बड़ी त्रुटि हुई है, जिसपर मैं खेद व्यक्त करता हूं मगर छग सरकार को और अधिक खर्च करने में केंद्र सरकार का आर्थिक असहयोग बाधा बना हुआ है।
आज केंद्र के पास छग की जनता के 20,000करोड़ से अधिक राशि लंबित है, कृपया प्रदेशवासियों के हक में इसके लिए आप भी सहयोग करें।”

छत्तीसगढ़ के आर्थिक हालात के लिए टीएस सिंहदेव ने केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। अब देखना है कि इस बयान के बाद मामले का पटाक्षेप होता है या फिर पक्ष-विपक्ष के बीच जुगलबंदी का दौर जारी रहता है।

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