प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में हो सकेगा ऑर्गन ट्रांसप्लांट, स्वास्थ्य मंत्री ने मशीन खरीदी के संबंध में दिए निर्देश

रायपुर। छत्तीसगढ़ के सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में भी ऑर्गन ट्रांस्प्लांट की सुविधा मिल सकेगी। इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने ट्रांसप्लांट के संबंध में उपयोग में लाई जाने वाली मशीनों के संबंध में विचार कर इन्हे उपलब्ध करवाने के लिए प्रयास करने की बात कही।

आज पं. जवाहरलाल नेहरु स्मृति मेडिकल कॉलेज में चिकित्सा शिक्षा मंत्री टी एस सिंहदेव की अध्यक्षता में स्वशासी समिति की बैठक आयोजित हुई। उन्होंने चिकित्सा महाविद्यालय में दवाओं की उपलब्धता कें संबंध में कहा कि मरीजों के लिए दवाओं की कमी नहीं होनी चाहिए। अगर कोई समस्या आती है तो जानकारी प्रदान करें।

उन्होंने कहा कि चिकित्सीय सुविधाओं के विस्तार के लिए मेडिकल कॉलेज को सीजीएमएससी के साथ समन्वय बनाकर कार्य करने की आवश्यकता है, जिसमें मशीनें क्रय करने और अन्य वस्तुओं के लिए सीजीएमएससी का सहयोग प्राप्त होता रहेगा। इसके साथ ही चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने वित्त समिति, प्रबंध कार्यकारिणी समिति, पैथोलॉजी/बायोकेमेस्ट्री/माइक्रोबायोलॉजी विभाग, वायरोलॉजी, कार्डियोलॉजी समेत अन्य विभागों की विस्तारवार समीक्षा की।

आवेदन कर रहे बेरोजगार युवाओं से न्यूनतम राशि ली जाए

इस बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने पं. जवाहरलाल नेहरु स्मृति मेडिकल कॉलेज की बैलेंस शीट देखते हुए कहा कि विभाग के पास जो राशि है उसका उपयुक्त प्रयोग कर सुविधाओं का विस्तार करें। इसी के साथ ही सिंहदेव ने कहा कि जो बेरोजगार युवा वेकैंसी के अनुरूप आवेदन कर रहे हैं उनसे शुल्क के तौर पर न्यूनतम राशि ही ली जाए।

उन्होंने इस बैठक में “हमर लैब” की मशीनें और कंस्यूमेबल्स की समीक्षा की और अंतर्विभागीय अनुमतियां और समन्वय पर चर्चा की। पोस्ट मॉर्टम की रिपोर्ट में हो रही देरी पर उन्होंने विभागीय अधिकारियों पीएम रिपोर्ट आसानी से उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए।

लीवर व किडनी ट्रांसप्लांट छत्तीसगढ़ में उपलब्ध करवाने के लिए हों प्रयास

इस बैठक में चिकित्सकों द्वारा लीवर व किडनी ट्रांसप्लांट के लिए उपयुक्त संसाधनों की सूची सौंपी गई। कुछ मशीनों की खरीदी के बाद प्रदेश के शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय और चिकित्सालय में लीवर व किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जल्द ही उपयुक्त मशीनों के संबंध में विचार कर इन्हें उपलब्ध करवाने के लिए प्रयास किए जाएंगे।

जरूरतमंदों को मिलेगी निःशुल्क स्पीच थेरेपी

इसके साथ ही 43 लाख की कंप्यूटराइज्ड स्पीच लैब के माध्यम से की जाने वाली निशुल्क स्पीच थेरेपी को 500 रुपए के शुल्क का प्रस्ताव रखा गया, जिसे निरस्त कर चिकित्सा शिक्षा मंत्री टी एस सिंहदेव ने इसे निशुल्क रखने के निर्देश दिए और शासकीय फिजियोथेरेपी महाविद्यालय में फिजियोथेरेपी के लिए ₹10-₹20 के शुल्क को भी निरस्त कर इसे निःशुल्क करने के लिए निर्देशित किया।

इस बैठक में विभाग की ओर से स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने और अधोसंरचना विकास के लिए फायर फाइटिंग सिस्टम, लेक्चर हॉल में ऑडिविजुअल सिस्टम, गर्ल्स हॉस्टल की वैकल्पिक व्यवस्था समेत विभिन्न प्रस्ताव रखे गए। जिसपर चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने विस्तृत चर्चा करते हुए प्रस्तावों के अनुरूप प्रारूप तैयार करने के लिए निर्देशित किया।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटरयूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्रामकू और वॉट्सएप, पर