झारखंड। सिरफिरे प्रेमी द्वारा मौत की बलि चढ़ी अंकिता ने 5 दिन बाद दम तोड़ दिया। 16 वर्षीय अंकिता जिंदगी की जंग हार गई। झारखंड के दुमका में आज सुबह अंकिता का अंतिम संस्कार कर दिया गया। अंतिम यात्रा कड़ी सुरक्षा में निकाली गई। रविवार की सुबह जब मौत की सूचना जैसे ही मिली तो लोगो में आक्रोश का माहौल बना रहा घटना के विरोध में जगह-जगह प्रदर्शन होने लगे लोग दुकाने बंद कर दी गई, गुस्साए लोग सड़कों पर उतर गए और जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आरोपी को फांसी देने की मांग करने लगे। अंकिता हत्याकांड को लेकर राजनीति भी गरमा गई है। तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए 144 धारा लागू कर दी गई।

गिरफ़्तारी के वक्त हंसता हुआ दिखाई दिया आरोपी

23 अगस्त को अंकिता अपने कमरे में सो रही थी। कमरे का दरवाजा तो लॉक था, लेकिन खिड़की खुली थी। यह देख शाहरुख ने खिड़की से पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। अंकिता की चीख पुकार सुनकर घर वाले आए और जैसे तैसे आग बुझाकर उसे दुमका के फूलों झानो मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। वहां पता चला कि अंकिता को इंटरनल इंजरी आई है। बेहतर इलाज के लिए अंकिता को रांची रिम्स रेफर कर दिया गया। रांची रिम्स में इलाज के दौरान अंकिता की मौत हो गई। आरोपी शाहरुख को हिरासत में ले लिया गया है, लेकिन पुलिस जब आरोपी को गिरफ्तार कर ले जा रही थी। तो वह हंसता हुआ दिखाई दे रहा था। उसे देख ऐसा नहीं लग रहा था कि उसे किसी बात का अफसोस है।

अंकिता ने अपने बयान में कहा,

मौत से पहले अंकिता ने अपने बयान में कहा था की ” पिछले दस-पंद्रह दिन से वह मेरा पीछा कर रहा था। जब भी मैं स्कूल या ट्यूशन के लिए जाती, वह मेरा पीछा करता। हालांकि, मैंने कभी उसकी हरकतों को सीरियसली नहीं लिया, लेकिन उसने कहीं से मेरे मोबाइल का नम्बर जुगाड़ लिया था। उसके बाद अक्सर मुझे फोन करके मुझसे दोस्ती करने का दबाव बनाने लगा। और साथ ही ये भी धमकी दी अगर मैं उसकी बात नहीं मानूंगी तो वह मुझे और मेरे परिवार वालों को मार देगा।”

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