National Desk: देशभर में लगातार चल रही ईडी की छापामार कार्रवाई के निशाने पर इस बार ऑनलाइन पेमेंट कंपनियां पेटीएम, रेजरपे और कैश फ्री भी आ गए हैं। इस सम्बन्ध में ईडी ने जानकारी देते हुए कहा है कि उनके द्वारा पेटीएम, रेजरपे और कैश फ्री के बेंगलुरु स्थित छह ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। छापेमारी के दौरान उनके द्वारा चीन के लोगों की ओर से नियंत्रित संस्थाओं के बैंक खातों में रखे गए 17 करोड़ रुपये को जब्त कर लिया है।

हाल ही में बनाया गया था पीएम म्यूज़ियम का पेमेंट पार्टनर

बता दें कि पेटीएम को हाल ही में प्रधानमंत्री संग्रहालय का डिजिटल पेमेंट पार्टनर बनाया गया था। इसका उद्घाटन भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अप्रैल माह में किया गया था। जहां उन्होंने पेटीएम ईडीसी के माध्यम से पहला प्रवेश टिकट खरीदा था।

बैंगलोर से हुई छापेमारी की शुरुआत

मिली जानकारी के अनुसार छापेमारी की यह कार्रवाई शुक्रवार को बेंगलुरु के छह ठिकानों से शुरू की गई है। प्रवर्तन निदेशालय की ओर से कहा गया है कि यह छापेमारी अब भी जारी है। वहीं छापेमारी के दौरान मर्चेंट आईडी और चीन के लोगों की ओर से नियंत्रित संस्थाओं के बैंक खातों में रखे गए 17 करोड़ रुपये को जब्त कर लिया है।

चीनी लोगो द्वारा किया जा रहा है अवैध व्यवसाय का संचालन

ईडी के अनुसार उक्त संस्थाएं पेमेंट गेटवे और बैंकों के पास रखे गए विभिन्न मर्चेंट आईडी व खातों के माध्यम से संदिग्ध और अवैध व्यवसाय चला रही थीं। ईडी ने कहा है कि रेजरपे प्राइवेट लिमिटेड, कैशफ्री पेमेंट्स और पेटीएम पेमेंट सर्विसेज लिमिटेड जैसी कंपनियों के परिसरों की तलाशी अभियान के दौरान यह बात सामने आई है कि ये चीन के लोगों की ओर से नियंत्रित और संचालित होती हैं।

नकली पते से करते हैं ऑपरेट

ये संस्थाएं विभिन्न मर्चेंट आईडी व खातों के माध्यम से अवैध आय अर्जित कर रहीं थीं। ईडी ने यह भी कहा है कि जांच के दौरान पता चला है कि ये संस्थाएं एमसीए (कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय) की वेबसाइट पर दिए गए पंजीकृत पते पर से भी काम नहीं कर रहे हैं। वे नकली पते से ऑपरेट कर रहे हैं।

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