नाराज कलेक्टर

जांजगीर-चाम्पा। जिले की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए लगातार दौरा कर रहे कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने आज अकलतरा ब्लॉक के स्कूलों, अस्पतालों, आंगनबाड़ी का निरीक्षण किया। इस दौरान ग्राम तिलई में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का जब उन्होंने निरीक्षण किया तो पाया कि स्कूल खुलने के पौन घण्टे बाद भी कई शिक्षक विद्यालय नहीं पहुंचे थे। कलेक्टर ने इस पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि “मैं बार-बार बोल रहा हूं, समय पर स्कूल आइए। आप लोग समझते क्यों नहीं? पौने दस बजे आना है। साढ़े दस बज गए हैं। अभी तक बहुत लोग नहीं आए हैं। खुद लापरवाह है, ऐसे में वे क्या पढ़ाते होंगे ? कोई हड़ताल है क्या? जो नहीं आए हैं। मैं कार्यवाही करूँगा।” यह कहते हुए कलेक्टर ने स्कूल का रजिस्टर भी अपने साथ ले गए। उन्होंने शिक्षा अधिकारी को अनुपस्थित शिक्षकों के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।

शिक्षक गायब, बच्चे क्लास से बाहर

कलेक्टर तारन प्रकाश ने ग्राम तिलई में हायर सेकेण्डरी स्कूल का निरीक्षण किया। लगभग 10.30 बजे यहां आते ही उन्होंने देखा कि स्कूल के विद्यार्थी कमरे के बाहर है। क्लास नहीं चल रही है। जब उन्होंने प्राचार्य कक्ष में शिक्षकों की उपस्थिति पंजी जांच की तो प्राचार्य सहित भौतिक, रसायन, वाणिज्य, अंग्रेजी, हिन्दी सहित अन्य विषयों के लगभग 10 शिक्षकों और सहायक ग्रेड सहित दो अन्य के रजिस्टर में न तो हस्ताक्षर थे और न ही कोई आवेदन थे। कलेक्टर ने जब मौके पर उपस्थित शिक्षक से पूछताछ किया तो वे भी संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। तब उन्होंने कड़ी नाराजगी व्यक्त की और कहा कि विद्यालय में इस तरह की अव्यवस्था और अनुपस्थिति का आलम है। मैं लगातार दौरा कर रहा हूं और आप सभी को समय पर पहुचने के लिए अपील कर रहा हूं। आपका जिला है। आपके विद्यार्थी है। अच्छे से पढ़ायेंगे तो आपका और आपके जिले का नाम रौशन करेंगे। लेकिन आप लोग समझते ही नहीं है। कलेक्टर ने अनुपस्थित शिक्षकों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने की बात कहते हुए यहां का उपस्थिति रजिस्टर को अपने साथ ले गए।

नहीं चलेगी लापरवाही, खेत में उतरकर देखा काम

कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने आज लहलहाते खेतों के पास पहुंचकर गिरदावरी के कार्यों की जांच की। तहसीलदार, राजस्व निरीक्षकों और पटवारियों की उपस्थिति में उनके द्वारा बनाए गए रिपोर्ट का बारीकी से मिलान किया और कहा कि गिरदावरी कार्य में किसी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। वे खुद खेत में उतरे और गिरदावरी का काम देखा और राजस्व अधिकारियों के साथ गिरदावरी रिपोर्ट की जांच की। कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों से कहा कि गिरदावरी का कार्य गंभीरता से करें। गिरदावरी रिपोर्ट में खेत के मेढ़ के वृक्ष, धान के अलावा लगाए गए अन्य फसल, डायवर्टेड भूमि, मुख्यमंत्री वृक्षारोपण योजना के तहत चिन्हांकित भूमि का स्पष्ट उल्लेख किया जाय।

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