टीआरपी डेस्क
रायपुर। छत्तीसगढ़ में बिजली 30 पैसे प्रति यूनिट तक महंगी हो गई है। यह दर VCA (वेरिेएबल कास्ट एडजस्टमेंट) चार्ज में बढ़ा है। बताया जा रहा है, ऐसा विदेशों से आने वाले कोयले से बनी बिजली खरीदने की वजह से हुआ है। बताया जा रहा है कि राज्य सरकार की कंपनी NTPC से जो बिजली खरीद रही है, उसके एवज में हर महीने 120 करोड़ रुपए अधिक देने पड़ रहे हैं। अधिकारियों ने बताया,प्रदेश की जरूरत का करीब 40% बिजली NTPC से खरीदी जाती है। इसकी वजह से उपभोक्ताओं पर लगभग 30 पैसे प्रति यूनिट की दर से VCA चार्ज लगाया जा रहा है।
नियामक आयोग ने अप्रैल में ही बढ़ाई थी दर
छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत नियामक आयोग ने अप्रैल 2022 में ही बिजली दरों का नया टैरिफ जारी किया था। इसमें बिजली को 2.31% महंगा किया गया था। इसमें घरेलू उपभोक्ताओं के लिए बिजली दर 10 पैसा प्रति यूनिट की दर से बढ़ाई गई थी। अन्य सभी श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिए बिजली की दर 15 पैसा प्रति यूनिट की दर से बढ़ी। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी के एमडी मनोज खरे ने बताया, एक-दो महीने पहले तक NTPC से खरीदी गई बिजली का बिल 400 करोड़ से 450 करोड़ रुपए महीने का आता था। इस महीने यह बिल 610 करोड़ रुपए का आया है। अगले महीने 638 करोड़ रुपया आ रहा है। इसके पीछे आयातित कोयला बड़ी वजह है। इसके अलावा भी कई कारक मिलकर NTPC की बिजली को महंगा कर रहे हैं।
ऐसे समझिए आपके जेब का क्या पड़ेगा असर
अप्रैल में बिजली का टेरिफ बढ़ाए जाने के बाद घरेलू उपभोक्ताओं को प्रत्येक 100 यूनिट पर बिल में 10 रुपए की वृद्धि हो गई थी। वीसीए चार्ज में 30पैसे की वृद्धि होने पर यह प्रति 100 यूनिट पर 30 रुपए बढ़ जाएगा। अधिक खर्च पर यह रकम बढ़ती जाएगी। 1000 यूनिट खर्च पर यह 300 रुपए तक हो जाएगी।