नई दिल्ली। सिर्फ कागज पर चल रहीं राजनीतिक पार्टियों पर चुनाव आयोग ने बड़ा एक्शन लेते हुए ऐसी 86 राजनीतिक पार्टियों को सूची से हटा दिया है। इन पार्टियों के चुनाव चिह्न भी रद्द कर दिए गए हैं।

आयोग ने 86 ऐसे दलों को भी सूची से हटा दिया है जिनका कोई अस्तित्व ही नहीं है। न तो उन्होंने चुनाव लड़ा न ही दफ्तर या कहीं कोई पता ठिकाना है।

आयोग ने इनको सूची से हटाने के साथ ही कारण बताओ नोटिस जारी किया है. पूछा गया है कि क्यों न उनके खिलाफ समुचित कानूनी और दंडात्मक कार्रवाई की जाए।

जून से अब तक 537 पार्टियों पर एक्शन

आयोग ने अब तक रिकॉर्ड 537 रजिस्टर्ड लेकिन गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को सूची से हटाया है। बता दें कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के मुताबिक मान्यता प्राप्त या रजिस्टर्ड राजनीतिक दल को अपने दल का नाम, मुख्यालय, पदाधिकारी, पता या पैन कार्ड में बदलाव की सूचना फौरन निर्वाचन आयोग को देना अनिवार्य है।

ऐसी कागजी पार्टियों में से अधिकतर बिहार, दिल्ली, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश में ही मिली हैं। ये 253 और 66 RUPP वो हैं जिन्होंने कॉमन इलेक्शन सिंबल के लिए अर्जी दी थी। लेकिन, उन्होंने अपने रजिस्ट्रेशन से लेकर अब तक किसी चुनाव में कोई भी उम्मीदवार नहीं उतारा।