मजदूरों की जान खतरे में डाल कर इस तरह किया गया परिवहन, NTPC प्रबंधन की सर्वत्र हो रही है आलोचना

बिलासपुर। NTPC की मालगाड़ी के इंजन और खुले डिब्बों में सैकड़ों मजदूरों को दीपका से सीपत लाया गया। इससे संबंधित VIDEO और फोटो वायरल होने के बाद यह चर्चा छिड़ गई है किआखिर प्रबंधन ने इस तरह मजदूरों की जान को जोखिम में कैसे डाला ?

इस तरह का नजारा अकसर यूपी-बिहार में दिखता है जहां खचाखच भरी यात्री गाड़ियों में लोग ट्रेन के डिब्बों और इंजन में भी सवार हो जाते हैं, मगर यहां तो एक मालगाड़ी के इंजन के चारों ओर मजदूर सवार नजर आ रहे हैं, वहीं इंजन के पीछे लगी खुली मालगाड़ी में भी मजदूर बाहर पेअर लटकाये बैठे हुए हैं।

बताया जा रहा है कि यह नजारा सीपत स्थित NTPC का है, जिसमें विश्वकर्मा जयंती मनाने कोरबा के दीपका से मजदूरों को मालगाड़ी में ढो कर लाया गया था। NTPC प्रबंधन की यह लापरवाही मजदूरों की जान पर भारी पड़ सकती थी। NTPC सीपत में शनिवार को विश्वकर्मा जयंती पर इंजीनियरिंग विभाग में पूजा-अर्चना के साथ भंडारे का भी कार्यक्रम था। लिहाजा इस आयोजन में ठेका कंपनी में काम करने वाले मजदूरों को भी बुलाया गया था। इसमें कोरबा के कोयला खदान एरिया दीपका से 300 से अधिक मजदूर पहुंचे थे।

NTPC प्रबंधन के इस आयोजन में ठेकेदारों के सुपरवाइजर और मजदूर भी शामिल हुए। कोरबा जिले के दीपका से ठेका श्रमिकों को खुली मालगाड़ी में भेंड़-बकरी की तरह ढोकर लाया गया था। मजदूरों को इस सफर में जान का खतरा भी हो सकता था। शुक्र है कि पूजा-अर्चना और भंडारे के बाद सभी मजदूर सकुशल लौट गए और कोई भी हादसा नहीं हुआ, लेकिन मजदूरों को इस तरह लाने और ले जाने का पूरा मामला विवादों में पड़ गया है। NTPC प्रबंधन ने न केवल 300 मजदूरों की जान खतरे में डाली बल्कि अपने संवेदनहीन होने का सबूत भी पेश किया। मजदूरों को खुली मालगाड़ी में सफर का VIDEO सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।लोग इस तरह मजदूरों के परिवहन की काफी आलोचना कर रहे हैं।

मालगाड़ी में जान जोखिम में डालकर सफर करने वाले इस VIDEO को देखकर ही डर लग रहा है :