सीएम भूपेश और छगपु. को महादेव एप के साथ लोट्स 365 का ओपन चैलेंज
सीएम भूपेश और छगपु. को महादेव एप के साथ लोट्स 365 का ओपन चैलेंज

विशेष संवादाता, रायपुर

ऑनलाइन सट्टा किंग महादेव के संचालक ने एक बार फिर छत्तीसगढ़ पुलिस और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अपनी ताकत का अंदाज़ा कुछ ऐसे कराए हैं जिसकी चर्चा पुरे प्रदेश में है। उन्होंने दुर्ग और रायपुर पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई को धत्ता बताते हुए ऐसा कदम उठाया है जिससे उनके गुर्गों का मनोबल बढ़ जाये। लुकआउट नोटिस और संदिग्ध बैंक खातों को फ्रीज़ करने के बाद भी महादेव एप संचालक कितने बेख़ौफ़ हैं यह ज़ाहिर होता है।

एप संचालकों सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के इशारे पर पुलिस कार्रवाई और बैंक अकाउंट फ्रीज़ करने से चंद घंटे बाद ही रायपुर से प्रकाशित एक राष्ट्रीय समाचार पत्र के प्रमुख पेज में आधा पेज का महादेव एप का 4 मोबाइल नंबर समेत विज्ञापन आया, इससे साफ है कि दोनों भूपेश सरकार और पुलिस से नहीं डरते। महादेव बुक ऑनलाइन गेमिंग एप के गुर्गों ने जो दुबई में पार्टी मनाकर लौटे हैं, उनका कहना है बड़े अख़बार में जो विज्ञापन और उसमे लिखी बातें संचालकों की प्रशासन को एक तरह से खुली चुनौती है। बताते हैं इनके पास इतना पैसा है कि ये सरकार बदल दें ! आज खुद को देश का नंबर वन समाचार पत्र समूह बताने वाले के मेन पेज में महादेव वालों ने लिखा है, महादेव बुक द किंग ऑफ़ ऑनलइन वर्ल्ड… ईमानदारी एक महंगा शौक है, जो हर किसी के बस की बात नहीं।

बता दें कि महादेव बुक ऑनलाइन गेमिंग एप के खिलाफ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सख्त नियम बनाकर कार्रवाई करने का निर्देश डीजीपी अशोक जुनेजा को दिया था। सीएम ने यह भी कहा था की अध्ययन करके रिपोर्ट दें ज़रूरत पड़ेगी तो नए सिरे से कानून भी बनाएंगे। सीएम के निर्देश के बाद से ही रायपुर पुलिस और फिर दुर्ग पुलिस एक्शन मोड में आई।

ऐसे विज्ञापन केंद्र के निर्देशों और एएससीआई मानदंडों का उल्लंघन

सुचना और प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार ने बाकायदा 4 दिसंबर 2020 को एडवायज़री भी जारी किया है। जिसमें जुआ, सट्टा, ऑनलाइन गेमिंग एप तथा ऑनलाइन बैटिंग प्लेटफार्म पर नज़र रखने के निर्देश हैं। निर्देशों के तहत भारतीय विज्ञापन मानक परिषद्(एएससीआई)इसका पालन करने का जिम्मा रखती है। सट्टेबाज़ी और जुआ देश के अधिकांश हिस्सों में अवैध माना गया है। स्पष्ट लिखा गया है कि ऐसे प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक, विजुअल और ऑडियो केटेगरी के विज्ञापन इसे बढ़ावा देते हैं। विशेषकर युवाओं और बच्चों के लिए सामाजिक और आर्थिक जोखिम की श्रेणी में आता है। इन नियमों का सख्ती से पालन करने के लिए अधिनियम भी है। लेकिन महादेव बुक और इसके जैसे कई ऑनलाइन गेमिंग एप का विज्ञापन सभी डिजिटल-प्रिंट मिडिया में खुलेआम दिख रहा है।