CG में ED रेड - सोमवार की देर शाम से लीक हो गई थी रेड, बॉर्डर में थी खूफिया पुलिस
CG में ED रेड - सोमवार की देर शाम से लीक हो गई थी रेड, बॉर्डर में थी खूफिया पुलिस

विशेष संवादाता, रायपुर

मंगलवार की देर रात CG के कई शहरों में ED के छापा:की खबर लोकल आईबी को पहले ही पता चल गई थी। बड़ी कार्रवाई और आईएएस अधिकारीयों को ईडी टारगेट करेगी इसका भी अंदेशा पहले ही जाता दिया गया था। इसलिए सोमवार की देर शाम ही राज्य का ख़ुफ़िया तंत्र भी सक्रीय कर दिया गया था।

ईडी की रेड थी या आईटी की इसकी पुख्ता खबर एसबी को नहीं थी, लेकिन या खबर पक्की थी की सीआरपीएफ जवानों की एक कंपनी छत्तीसगढ़ के लिए मूवमेंट करने वाली है। यह भी इनपुट था हमारी पुलिस को कि रेड मरने वाली टीम कहा से आएगी और किस तरफ जाएगी। इसलिए लोकल पुलिस और एसबी स्टाफ पहले से ही बाराद्वार की सिमा पर तैनात था। सूत्रों की मानें तो करीब डेढ़ बजे रात को स्टाफ की नज़र हटी और ईडी सीआरपीएफ कब निकली भनक नहीं लगी।

जानकारी के मुताबिक ईडी टीम के लिए तैनात ट्रेवल्स की गाड़ियों के परिचालकों ने टीआरपी को बताया कि रात 3 बजे से ही हम लोगों को रायपुर शहर में अधिकारी घूमाते रहे। देवेंद्र नगर ऑफिसर कॉलोनी में आईएएस जेपी मौर्या और श्री बिश्नोई के निवास में रेड के लिए टीम को लेकर पहुंचे परिचालक अलसुबह से ही टीम को लेकर पहुँच गए थे।

बता दें कि लोकल पुलिस को ईडी या आईटी रेड की खबर सीआरपीएफ की मूवमेंट से आसानी से पता हो जा रही है। पहले भी रेड मरने के लिए जाँच एजेंसियां लोकल बल लेती थी। ख़बरें लीक होने और लोकल पुलिस प्रभाव में आसानी से आजाती है। फिर उनका पूरा सहयोग नहीं मिलने के बाद से ही आईटी-ईडी सीआरपीएफ को एहतियातन रखने लगी है पर अब इनके मूवमेंट से भी बात लीक होने का खतरा बढ़ गया है।