नई दिल्ली।  तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता की 2016 में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनके शरीर में चोट के निशान मिले थे। मौत के मामले संदिग्ध होने के कारण एक जांच कमेटी बनाई गई थी जिसका रिपोर्ट आ गई  है जो बेहद चौंकाने वाले हैं । मौत के लिए जिम्मेदार परस्थितियों की जांच कर रहे एक आयोग ने दिवंगत नेता की करीबी दोस्त वी.के. शशिकला को दोषी बताया है। जांच समिति ने करीबी 600 पन्नों की रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपी है।

राज्य मंत्रिमंडल ने इस रिपोर्ट पर चर्चा की और फैसला किया कि वे सिफारिशों के संबंध में कानूनी विशेषज्ञों से सलाह लेंगे। द्रमुक ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया था कि वे जयललिता की मौत के बारे में सच्चाई सामने लाएंगे।


न्यायमूर्ति ए अरुमुगास्वामी आयोग की जांच रिपोर्ट मंगलवार को तमिलनाडु विधानसभा के पटल पर रखी गई, जिसमें कहा गया कि कई पहलुओं पर विचार करते हुए शशिकला को ‘दोषी’ ठहराया और जांच की सिफारिश की गई है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि यदि जांच का आदेश दिया गया तो पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सी विजयभास्कर, तत्कालीन स्वास्थ्य सचिव जे राधाकृष्णन और चिकित्सा के पेशे से जुड़े के.एस. शिवकुमार भी दोषी पाए जाएंगे।
रिपोर्ट में तत्कालीन मुख्य सचिव राम मोहन राव और चिकित्सकों सहित अन्य के खिलाफ भी जांच की सिफारिश की गई है।

विजयभास्कर अन्नाद्रमुक के नेता एवं विधायक हैं। बता दें कि जयललिता को 22 सितंबर 2016 को चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 5 दिसंबर को उनकी मौत हो गई थी। करीब 75 दिनों तक उनका इलाज चला था।