राजधानी के सभी घरों में लगाए जा रहे हैं डिजिटल डोर नंबर

रायपुर। नगर निगम के सभी घरों में डिजिटल नंबर लगाया जा रहा है। फिलहाल डिजिटल डोर नंबर वार्ड क्र. 11, 12, 28 व 34 में लगाया जा रहा है। जल्द ही शहर के सभी वार्डों में डिजिटल डोर नंबर लगाये जाने का कार्य प्रारंभ कर दिया जायेगा।

डिजिटल डोर नंबर को लगाने के साथ ही मोबाईल एप्पलीकेशन से मकान की तस्वीर लेकर जियो-टेगिंग किया जा रहा है। सर्वे के दौरान संपत्तिकर में दर्ज किसी भी भवन स्वामी का नाम या पिता / पति के नाम में कोई त्रुटि पाये जाने पर सर्वेयर द्वारा सही नाम मोबाईल में अपडेट किया जा रहा है। साथ ही यदि कोई भवन जो संपत्तिकर की सूची में दर्ज नहीं है सर्वेयर द्वारा उस मकान का भी जियो टैगिंग किया जा रहा है।

उक्त सुधारों और नये संपत्तियों / भवनों की सूची निगम के राजस्व विभाग को प्रदान की जा रही है राजस्व विभाग द्वारा इसकी जांच कर संपत्तिकर के आंकड़ों को अपडेट किया जायेगा। जियो टैगिंग के दौरान भवन स्वामी का अपडेटेड मोबाईल नंबर भी दर्ज किया जा रहा है, जिससे कि भवन स्वामी मोबाईल नंबर के द्वारा भविष्य में निगम की सेवाओं का लाभ आसानी से प्राप्त कर सकें।

डिजिटल डोर नंबर में भवन का 12 अंकों का यूनिक आईडी दर्ज है, जिसे निगम द्वारा दिये जा रहे मूलभूत सुविधाओं के अलावा ई-गवर्नेस सेवाओं जैसे लाईसेंस मैनेजमेंट, बिल्डिंग परमिशन, नया नल कनेक्शन, ऑनलाईन नामांतरण, डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, निदान आदि सेवाओं से जोड़ा जावेगा।

इस डिजिटल डोर नंबर के साथ नागरिक अन्य अनेक आपातकालीन सेवाओं का भी आसानी से घर पहुंच सेवा का लाभ ले सकेंगे, साथ ही इसके द्वारा नेविगेशन टूल का उपयोग कर बिना अपना लोकेशन अथवा पता भेजे किसी भी घर तक आसानी से पहुंचा जा सकेगा। डिजिटल डोर नंबर प्लेट पर हर मकान का यूनिक क्यूआर कोड भी अंकित है।

नगर निगम द्वारा तैयार किये गये मोर रायपुर एप्प पर जल्द ही डिजिटल डोर नंबर का मॉड्यूल उपलब्ध कराया जायेगा। जिसके माध्यम से क्यूआर कोड स्कैन करने अथवा डिजिटल डोर नंबर डालने पर ये सभी सेवायें और जानकारी नागरिकों को प्राप्त होने लगेगी। प्लेट पर सभी भवनों के यूनिक प्रापर्टी आईडी भी दर्ज है। संपत्तिकर दाता उक्त आईडी के माध्यम से ऑनलाईन संपत्तिकर की वेबसाईट http://mcraipur.in पर जाकर घर बैठे संपत्तिकर भुगतान कर सकते हैं।