रायपुर। अभी शहर को तार के जंजाल से मुक्ति नहीं मिलेगी। करीब 33 करोड़ रुपए की लागत से शहर के तीन प्रमुख सड़कों पर अंडरग्राउंड केबलिंग योजना अधर में अटक चुकी है। बिजली विभाग जनवरी माह से अब तक इसका टेंडर ही फाइनल नहीं कर पाया है।

इन सड़कों के लिए बनी थी योजना
- रायपुर स्मार्ट सिटी ने जयस्तंभ चौक से कोतवाली,
- कोतवाली से बिजली आफिस चौक,
- महिला थाने से निगम मुख्यालय के सामने होते हुए बिजली आफिस चौक और यहां से बूढ़ापारा होते हुए बूढ़ेश्वर चौक
नगर निगम ने जनवरी 2022 माह में ही इस काम का जिम्मा बिजली कंपनी को सौंप दिया था। साथ ही इस योजना के लिए 33 करोड़ का भुगतान भी किया था। इस बारे में बिजली विभाग कार्यपालक निदेशक जीएस नेताम का कहना है कि योजना के लिए 3 बार टेंडर निकाले गए थे। हर बार 19-20 फीसदी रेट हायर साइड में थे। इस कारण से टेंडर फाइनल नहीं हो सका।
इस योजना के तहत पूरे क्षेत्र में बिजली की तारों को अंडरग्राउंड किया जाना था। पहले चरण में जयस्तंभ चौक से कोतवाली, बिजली ऑफिस और महिला थाने से बूढ़ेश्वर चौक तक का काम पूरा करना था। जिसके बाद अन्य वार्डों में काम किया जाना था।
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