चार दिनों तक चलने वाले लोकास्था के महापर्व छठ का आज तीसरा दिन है। इसके पहले 28 अक्टूबर को नहाय खाय के साथ छठ पर्व आरंभ हो गया था, छठ पर्व का दूसरा दिन खरना 29 अक्टूबर को था। आज यानी 30 अक्तूबर को छठ महापर्व में शाम के समय डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। चार दिनों तक चलने वाला ये पावन पर्व कल सोमवार उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के बाद पूरा होगा। अन्न दिहले, धन दिहले, वंश बढ़इले ना, बबुआ होई हमके त हम छठ करबो ना जैसे मंगल गीत गाते हुए महिलाएं आज अपनी संतान और घर परिवार के सुख-सौभाग्य की कामना रखते हुए छठी मैया की विशेष रूप से पूजा करती हैं।

छठ की पूजा का शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार संतान को सुख-सौभाग्य और आरोग्य का वरदान प्रदान करने वाली कार्तिक मास के शुक्लपक्ष की षष्ठी तिथि 30 अक्टूबर 2022 को प्रात:काल 05:49 से प्रारंभ होकर 31 अक्टूबर 2022 को पूर्वाह्न 03:27 बजे तक रहेगी। देश की राजधानी दिल्ली के समयानुसार आज सायंकाल 05:38 बजे अस्ताचलगामी यानि डूबते सूर्य को को पहला अर्घ्य दिया जाएगा।

सनातन परंपरा में छठ पूजा ही एक मात्र पर्व है जिसमें प्रत्यक्ष देवता भगवान सूर्य को अस्त होते समय अर्घ्य दिया जाता है। आज छठ पूजा के दिन शाम के समय की जाने वाली सूर्य की विशेष पूजा को संध्या अर्घ्य कहते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार इस शाम के समय भगवान भास्कर अपनी पत्नी प्रत्यूषा के साथ रहते हैं। मान्यता है की सूर्य की इस पूजा से साधक को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है।