नई दिल्ली । जम्मू कश्मीर में आतंकी घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए सुरक्षा बलों द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक इस साल अक्टूबर तक सुरक्षाबलों ने 176 आतंकियों को मार गिराया है। हालांकि घाटी में टारगेट किलिंग और विदेशी आतंकियों की बढ़ी तादाद अभी भी सुरक्षा बलों के लिए बड़ी समस्या बनी हुई है। सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक सुरक्षा बलों को आतंकियों पर लगाम लगाने में काफी हद तक सफलता मिल रही है। जम्मू-कश्मीर में इस साल सुरक्षा बलों के साथ हुए एनकाउंटर में 176 आतंकी मारे गए हैं। इनमें 50 विदेशी और 126 लोकल आतंकी शामिल हैं।


सूत्रों के मुताबिक घाटी में अभी भी 134 आतंकी सक्रिय हैं। इनमें 51 लोकल और 83 विदेशी यानी पाकिस्तानी मूल के आतंकी शामिल हैं। विदेशी आतंकियों की तादाद कुछ समय से बढ़ी है। वहीं साल 2021 में सुरक्षा बलों ने 146 आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया था।


सूत्रों ने बताया कि आईएसआई और आतंकी संगठन भारत में घुसपैठ के नए तरीके अपना रहे हैं। दरअसल कश्मीर घाटी में अब लोकल आतंकी दिन प्रतिदिन कम हो रहे हैं, इसलिए पाकिस्तानी मूल के आतंकियों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में सीमा पार कराने का प्रयास हो रहा है। इससे निपटने के लिए सुरक्षा एजेंसियां भी चौकन्नी हो गई हैं।


वहीं सुरक्षा बलों का दावा है कि हाल-फिलहाल कोई बड़ी घुसपैठ नहीं हुई है। इसके बावजूद वहां पर लोकल दहशतगर्दों के मुकाबले, विदेशी आतंकियों की संख्या ज्यादा होना चिंता का विषय बना हुआ है।