ACB OFFICE

रायपुर। ACB की टीम ने बिलासपुर में फर्नीचर दुकान के संचालक से भयादोहन कर रकम की वसूली करने वाले वनपाल को गिरफ्तार कर लिया है। गजेंद्र गौतम नामक वनपाल सीसीएफ उड़नदस्ते में कार्यरत है, और उसे रिश्वतखोरी के मामले आडियो वायरल होने के बाद गिरफ्तार किया गया।

एन्टी करप्शन ब्यूरो एवं राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो छत्तीसगढ़ के द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ की जा रही कार्यवाहियों के तहत वन विभाग के फॉरेस्टर के विरूद्ध कार्यवाही की गयी है। बिलासपुर के उसलापुर में सत्या फर्नीचर्स के संचालक सत्यवत वनपाल गजेन्द्र गौतम पिता- राम प्रताप गौतम, उम्र-45 वर्ष, सी. सी. एफ/ उड़नदस्ता बिलासपुर के विरुद्ध शिकायत की गयी कि 29 सितंबर 2022 को CCF के उडनदस्ता में तैनात फॉरेस्टर गजेन्द्र गौतम प्रार्थी के फर्नीचर की दुकान में आकर लाइसेंस के बारे में पूछताछ करने पर उसने कोरोना काल में लाइसेंस की मियाद खत्म होने से तथा प्रार्थी के एक भाई के जाने से लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं कराया जाना बताया, जिस पर फॉरेस्टर गजेन्द्र गोराम द्वारा कार्रवाई की धमकी देकर प्रार्थी से बतौर रिश्वत 50,000, रूपये की मांग मौके पर ही की गयी।

जिस संबंध में प्रार्थी द्वारा मौके पर उपस्थित गवाह से रकम उधार लेकर गजेन्द्र गौतम को 33,800 रूपये दिये गये। गजेन्द्र गौतम द्वारा रिश्वत की रकम 50,000/- रूपये में से शेष रकम 16.200/- रूपये की प्राप्ति हेतु दिनांक 03 अक्टूबर को पुन फर्नीचर की दुकान आकर तकादा करने पर प्रार्थी द्वारा एसीबी में शिकायत की गयी। एसीबी / इओडब्ल्यू के निदेशक आरिफ शेख के द्वारा उक्त शिकायत के संबंध में सत्यापन पश्चात कार्यवाही किये जाने को लेकर निर्देश दिया गया। इस दौरान आरोपी गजेन्द्र गौतम वनपाल के द्वारा बतौर रिश्वत 50,000/- रूपये की मांग और वसूली करने की पुष्टि हुई। साथ ही शेष रिश्वती रकम 16, 200 रुपये के लिए प्रार्थी से तकादा करना सही पाये जाने पर एसीबी बिलासपुर टीम के द्वारा गजेन्द्र गौतम के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध करते हुए उसे विधिवत गिरफ्तार किया जाकर न्यायालय के समक्ष पेश किया गया।

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