एम्स

रायपुर। बेहतर इलाज के लिए रायपुर में अपनी पैठ बना चुके केंद्र सरकार के AIIMS अस्पताल प्रबंधन की इन दिनों जमकर किरकिरी हो रही है। इसकी वजह अस्पताल परिसर में आयोजित वेलकम पार्टी है, जो 3 दिनों तक चली। इस दौरान आधी रात के बाद तक कानफोड़ू आवाज में कार्यक्रम चलता रहा और इससे अस्पताल में भर्ती मरीज और आसपास के रहवासी भारी परेशान रहे।

इस मामले को लेकर छत्तीसगढ़ नागरिक संघर्ष समिति ने कलेक्टर रायपुर के अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से भी की है। नागरिक संघर्ष समिति के सदस्यों ने संयुक्त विज्ञप्ति जारी करके बताया है कि 1 से 3 नवंबर तक एम्स रायपुर परिसर में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सेलिब्रिटी बुलवाकर रात को 1:00 बजे तक के तेज आवाज में ध्वनि यंत्रो, डीजे बजाकर ध्वनि प्रदूषण नियमों के विरुद्ध ध्वनि प्रदूषण कराए जाने के मामले में एम्स परिसर में वेलकम पार्टी के नाम से ओरायना फेस्ट की अनुमति देने वाले प्रशासनिक अधिकारी को बर्खास्त करने की मांग केंद्रीय मंत्री स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, भारत सरकार से की है। समिति ने राज्य मंत्री तथा सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण को अलग से पत्र लिखकर घटना से अवगत कराया है। साथ ही कार्यक्रम के इमेज और फुटेज भी उपलब्ध कराये हैं।

केंद्रीय मंत्री को लिखे पत्र में बताया गया है कि एम्स परिसर में ध्वनि प्रदूषण नियमों के विरुद्ध वेलकम पार्टी का कार्यक्रम कराने के सत्यापन की जांच वहां के किसी भी स्टाफ से तथा आसपास के रहवासी से की जा सकती है जिनका जीना एम्स प्रबंधन ने 3 दिन से मुश्किल कर रखा था। इस दोरान एम्स अस्पताल में भरती मरीजो को भी बहुत कष्ट हुआ। समिति ने केंद्रीय मंत्री को वीडियो तथा तस्वीरें भी उपलब्ध कराई है। समिति ने कहा है कि एम्स प्रबंधन का कार्य मनोरंजन कराना नहीं है, वह भी जनता के पैसे से। मंत्री से निवेदन किया गया है कि मरीजों को कष्ट देने वाला यह कृत्य ऐसा नहीं है कि जिस में निलंबित की सजा दी जावे, इस कृत्य के लिए वेलकम पार्टी के नाम से “ओरायना फेस्ट” की अनुमति देने वाले एम्स के प्रशासनिक अधिकारी को बर्खास्त किया जावे।

समिति ने कलेक्टर और एसपी रायपुर से “ओरायना फेस्ट” की अनुमति देने वाले प्रशासनिक अधिकारी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय द्वारा प्रकरण क्रमांक 112/2016 दिनांक 16.12.2016 में दिए गए आदेश के अनुसार प्रशासनिक अधिकारी के विरुद्ध हाईकोर्ट में अवमानना याचिका दर्ज करने की मांग की गई है।

गौरतलब है की वेलकम पार्टी के नाम से एम्स परिसर में 1 नवम्बर से 3 नवम्बर तक “ओरायना फेस्ट” मनाया गया जिसके आयोजन के लिए एम्स प्रबंधन ने लाखों रुपए खर्च किए। अस्पताल के बाजू में आयोजित कार्यक्रम में देर रात 12 से 1 बजे तक के मरीजों को हुई तकलीफ को बयां नहीं किया जा सकता, क्योंकि सेलिब्रिटी द्वारा गाए डीजे की तेज आवाज पर गये जाने वाले गानों की आवाज 1 किलोमीटर दूर तक सुनाई दी और आसपास के लोगों को बहुत तकलीफ हुई। एम्स प्रबंधन ने एम्स के छात्रों को ही नहीं बल्कि दूसरे कालेज के हजारों छात्रों को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया था।

एम्स प्रबंधन की हो रही आलोचना

इस कार्यक्रम को लेकर एम्स प्रबंधन काफी आलोचना हो रही है। एम्स के अनुभवी डॉक्टर इस बात से भली-भांति परिचित हैं कि इस तरह के कार्यक्रम अस्पताल परिसर में आयोजित करना अनुचित है, बावजूद इसके प्रबंधन ने कार्यक्रम परिसर में ही धूम-धड़ाके के साथ कराया। वहीं जिला प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी ने तमाम नियम-कायदे और हाई कोर्ट के फैसले के बावजूद अस्पताल परिसर में कार्यक्रम की अनुमति दी।

112 की भी नहीं मिली मदद…

इस कार्यक्रम का एक वीडियो फुटेज भी वायरल हो रहा है, जिसमे एक शख्स पुलिस की 112 सेवा से आधी रत को तेज आवाज में चल रहे कार्यक्रम की शिकायत कर रहा है, मगर न तो 112 की टीम पहुंची और न ही इलाके की पुलिस।

देखिये VIDEO :