
विशेष संवादाता, रायपुर
भानुप्रतापपुर उपचुनाव के लिए अब माहौल बनने लगा है। हालांकि अभी भाजपा और कांग्रेस जैसी प्रमुख पार्टी प्रत्याशियों में से दिवंगत विधायक मनोज मंडावी की पत्नी सावित्री मंडावी ने बिना औपचारिक घोषणा के नामांकन फार्म खरीद लिया है,लेकिन जमा नहीं करवाया है। फ़िलहाल उनके नाम की घोषणा कांग्रेस ने नहीं किया है और बीरेश ठाकुर भी कांग्रेस के संभावित प्रत्याशी हैं पर उन्होंने नामांकन फार्म नहीं लिया है। देखा जाये तो अब तक सबसे पहले गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के विधायक प्रत्याशी घनश्याम जुरी ने नामांकन फार्म भरकर जमा भी करवा दिया है। देखा जाये तो गोंगपा प्रत्याशी पहले हैं जिन्होंने फार्म फुलफिल कर जमा भी करवा दिया है।

जानकारी के मुताबिक आज एक ही दिन तक़रीबन 35 से अधिक नामांकन फार्मों की बिक्री हुई है। यह कहा जा सकता है कि उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिले की आज सोमवार को बिक्री के साथ चुनावी माहौल बना है। वैसे तो प्रक्रिया 10 नवंबर से नामांकन की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन पहला नामांकन आज जमा हुआ। गोंडवाणा गणतंत्र पार्टी के प्रत्याशी घनश्याम जुर्री ने अपना नामांकन जमा किया है। हालांकि, सर्व आदिवासी समाज की ओर से 35 नामांकन फॉर्म खरीदे गए हैं। जब भीड़ पहुंची तो अफसर भी चौंक गए थे।

बता दें कि कांग्रेस चुनाव समिति की दूसरी बैठक सोमवार को हुई। इसमें स्व. मनोज मंडावी की पत्नी सावित्री मंडावी और बीरेश ठाकुर के नाम का पैनल बनाकर केंद्रीय चुनाव समिति को भेजा गया है। वहीं, भाजपा की ओर से पांच नामों का पैनल भेजा गया है। नामांकन जमा करने के लिए अब तीन दिन का समय शेष है।
इधर, सर्व आदिवासी समाज की ओर से बड़ी संख्या में लोग कलेक्टोरेट पहुंचे। एक ही दिन में 35 नामांकन फॉर्म बिके हैं। इनमें सबसे ज्यादा चारामा ब्लॉक के लोगों ने फॉर्म खरीदे हैं। सर्व आदिवासी समाज की ओर से आरक्षण मसले पर विरोध के रूप में फॉर्म खरीदे गए हैं। हालांकि अभी समाज की ओर से फॉर्म जमा नहीं किए गए हैं। सर्व आदिवासी समाज की ओर से 15 नवंबर को आर्थिक नाकेबंदी का ऐलान किया गया है।