नई दिल्ली। योग से निरोग रहने के मूल मंत्र के साथ योग को दुनिया भर में प्रचलित करने वाले योग गुरु बाबा रामदेव विवादित बयानबाजी के कारण भी सुर्खियों में रहते हैं। उन्होंने बीते दिनों महाराष्ट्र में आयोजित एक कार्यक्रम में महिलाओं पर अपनी कथित टिप्पणी के लिए खेद व्यक्त किया और माफी मांगी। उन्होंने दावा किया कि महिलाओं पर की गई, उनकी टिप्पणी को गलत तरीके से पेश किया गया। बाबा रामदेव ने कहा मैंने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ जैसी सरकार की विभिन्न नीतियों का भी समर्थन किया है, उन्हें प्रोत्साहित किया है और उन्हें सशक्त करने के लिए कई संगठनों के साथ काम किया है। मैं स्पष्ट रूप से कहता हूं कि मैंने किसी महिला का अपमान नहीं किया है और न ही ऐसा करने का मेरा कोई इरादा था।

उन्होंने कहा कि उनका यह कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण थीम पर आधारित था और उन्होंने इस कार्यक्रम में एक घंटे से ज्यादा समय तक भाषण दिए, जिसमें महिलाओं के पक्ष में तमाम बातें कहीं, लेकिन उनके कुछ सेकंड की टिप्पणियों पर वीडियो क्लिप को गलत मंशा से पेश किया गया। बाबा रामदेव ने कहा कि उनके मन में मां और मातृ-शक्ति के लिए सबसे अधिक सम्मान है। पोशाक पर टिप्पणी ‘सादा कपड़े’ के लिए थी। अगर इससे किसी की भावना को ठेस पहुंची है तो मुझे इसका गहरा खेद है। उन्होंने कहा कि मैं उनसे किसी भी तरह की परेशानी के लिए माफी भी मांगता हूं।

बता दें कि पिछले हफ्ते ठाणे में महिलाओं के लिए पतंजलि समूह के मुफ्त योग प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पुत्र ठाणे सांसद श्रीकांत शिंदे और भाजपा के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र की पत्नी अमृता फडणवीस और अन्य प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति में रामदेव ने कहा था कि महिलाएं साड़ी में अच्छी लगती हैं, वे सलवार सूट में अच्छी लगती हैं, और मेरे विचार में, वे कुछ भी न पहनने पर भी अच्छी दिखती हैं।” उनकी इस टिप्पणी से राज्य में एक नया विवाद खड़ा हो गया। इसके अलावा, उनके अगले कार्यक्रम के लिए उन्हें धमकाया भी गया।