रायपुर। आरक्षण के मसले पर विधानसभा के विशेष सत्र में दूसरे दिन की शुरुआत हंगामे से हुई है। छत्तीसगढ़ विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे और अंतिम दिन की कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने व्यवस्था का प्रश्न उठाया। उन्होंने कहा कि पीसीसी अध्यक्ष के ख़िलाफ़ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है और कहा सदन की कार्यवाही पूर्व प्रचारित किया गया।

चंद्राकर ने सवाल उठाया कि पीसीसी चीफ़ और मुख्यमंत्री को यह कैसे पता चल गया कि सत्र 1 और 2 दिसंबर को आहुत किया जाएगा। हमने विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है। इस पर चर्चा कराई जाए। कौन सा विधेयक है, जिसे अब तक वितरित नहीं किया गया है।

अजय चंद्राकर ने सदन के राजनीतिक दुरुपयोग की बात कहते हुए कहा कि विधानसभा में जितने सत्र हुए हैं, वह विषय केंद्रीय हुआ है, यदि आरक्षण के लिए विशेष सत्र बुलाया जा रहा है तो फिर अनुपूरक बजट कैसे लाया जा रहा है?

भाजपा विधायक अजय चंद्रकार के आरोपों का जबाव देते हुए संसदीय कार्यमंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में सत्र के विषय तय किए गए। स्पीकर डॉक्टर चरणदास महंत ने कहा कि सदन में जो भी बिज़नेस आया है, यह कार्यमंत्रणा समिति की तरफ़ से ही आया है।

नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि कार्य संचालन की पुस्तक में ये कहाँ लिखा है कि विशेष सत्र बुलाया जा सकता है। ये गंभीर विषय है कि जब किसी को यह नहीं पता कि सत्र कब से शुरू होगा। क्या सरकार ने चुनाव आयोग से अनुमति माँगी कि विशेष सत्र बुलाया जा रहा है। हंगामे के बीच अनुपूरक बजट पर विपक्ष ने सदन से बहिर्गमन कर दिया।

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