महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच गहराया सीमा विवाद, महाराष्ट्र सड़क परिवहन निगम ने बस सेवा की निलंबित

नई दिल्ली। महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच सीमा विवाद गहरा गया है। तनाव को देखते हुए महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) ने कर्नाटक के लिए बस सेवा निलंबित कर दी है। महाराष्ट्र सरकार ने कहा कि यात्रियों और बसों की सुरक्षा के बारे में पुलिस से मंजूरी मिलने के बाद सेवाओं को फिर से शुरू करने का फैसला किया जाएगा। ये फैसला पुलिस के सुरक्षा अलर्ट के बाद किया गया है कि प्रदर्शन के दौरान कर्नाटक में बसों पर हमला किया जा सकता है।

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सीमा विवाद 6 दिसंबर को बढ़ा 

बता दें कि कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच सीमा विवाद ने 6 दिसंबर को उग्र रूप ले लिया, जिसको देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने कर्नाटक के लिए सभी बस सेवाएं निलंबित कर दी है। मंगलवार यानी 6 दिसंबर को पुणे से बेंगलुरु जा रही महाराष्ट्र की गाड़ियों को रोककर प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनों का नेतृत्व करने वाली कर्नाटक रक्षण वैदिक ने बुधवार यानी 7 दिसंबर से राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन की घोषणा कर दी है। कन्नड़ समर्थक संगठन बेलगावी में महाराष्ट्र के मंत्रियों चंद्रकांत पाटिल और शंभुराज देसाई की प्रस्तावित यात्रा का विरोध कर रहे हैं, जिसे स्थगित कर दिया गया था।

बता दें कि, सीमा विवाद का ये मुद्दा 1957 का है जब राज्यों को भाषा के आधार पर पुनर्गठित किया गया था। महाराष्ट्र ने बेलगावी पर दावा किया, जो तत्कालीन बॉम्बे प्रेसीडेंसी का हिस्सा था, क्योंकि वहां मराठी भाषी आबादी का एक बड़ा हिस्सा था। महाराष्ट्र ने 814 मराठी भाषी गांवों पर भी दावा किया जो वर्तमान में कर्नाटक का हिस्सा हैं।

कर्नाटक की तरफ से भी ये कहा जाता रहा है कि, बेलगावी राज्य का एक अभिन्न अंग है। महाराष्ट्र इस आधार पर बेलगावी के विलय की मांग कर रहा है कि जिले में मराठी भाषी आबादी काफी है, जिसका कर्नाटक विरोध करता रहा है।

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