करोड़ों बेरोजगार युवाओं को जल्द मिल सकता है सरकारी नौकरी का तौहफा! वित्तमंत्री करेंगी बड़ा ऐलान, प्लान है तैयार
करोड़ों बेरोजगार युवाओं को जल्द मिल सकता है सरकारी नौकरी का तौहफा! वित्तमंत्री करेंगी बड़ा ऐलान, प्लान है तैयार

नई दिल्ली। भारत की महिलाएं प्रतिभा की धनी हैं। प्रतिभा के दम पर सभी क्षेत्रों में पुरुषों के बराबर काम  कर रहीं है और अपनी  प्रतिभा को दुनिया भर में प्रदर्शित कर देश का नाम रौशन कर रही हैं। फोर्ब्स की दुनिया की 100 सबसे ताकतवर महिलाओं की सूची में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, बायोकॉन की कार्यकारी चेयरपर्सन किरण मजूमदार-शॉ और नाइका की संस्थापक फाल्गुनी नायर को जगह मिली है। इस वार्षिक सूची में कुल छह भारतीय महिलाओं ने जगह बनाई है। सीतारमण इस बार 36वें स्थान पर रहीं और उन्होंने लगातार चौथी बार इस सूची में जगह बनाई है। इससे पहले 2021 में वह 37वें स्थान पर थीं। वह 2020 में वह 41वें और 2019 में 34वें स्थान पर थीं। फोर्ब्स द्वारा मंगलवार को जारी इस सूची के अनुसार इस साल मजूमदार-शॉ 72वें स्थान पर हैं, जबकि नायर 89वें स्थान पर हैं।

सूची में शामिल अन्य भारतीयों में एचसीएल टेक की चेयरपर्सन रोशनी नादर मल्होत्रा , भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच और स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (सेल) की चेयरपर्सन सोमा मंडल शामिल हैं। मल्होत्रा, मजूमदार-शॉ और नायर ने पिछले साल भी इस सूची में क्रमश: 52वां, 72वां और 88वां स्थान हासिल किया था। सूची में 39 सीईओ और 10 राष्ट्राध्यक्ष शामिल हैं। इसके अलावा इसमें 11 अरबपति शामिल हैं, जिनकी कुल संपत्ति 115 अरब डॉलर है।

फोर्ब्स सूची में नायर के बारे में कहा गया है कि इस 59 वर्षीय व्यवसायी ने दो दशकों तक एक निवेश बैंकर के रूप में काम किया, आईपीओ लाईं और अन्य उद्यमियों को उनके सपने हासिल करने में मदद की। फोर्ब्स वेबसाइट के मुताबिक 41 वर्षीय मल्होत्रा एचसीएल टेक के सभी रणनीतिक फैसलों में अहम भूमिका निभाती हैं। इस तरह बुच सेबी की पहली महिला अध्यक्ष हैं। इसी तरह मंडल, सेल की अगुवाई करने वाली पहली महिला हैं और उनके पदभार ग्रहण करने के बाद से कंपनी ने रिकॉर्ड वित्तीय वृद्धि हासिल की है।

फोर्ब्स वेबसाइट के अनुसार उनके कार्यकाल के पहले साल में कंपनी का मुनाफा तीन गुना बढ़कर 120 अरब रुपये हो गया। यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन दुनिया की 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं की सूची में सबसे ऊपर हैं। यूक्रेन युद्ध के दौरान उनके नेतृत्व और कोविड-19 महामारी से निपटने के प्रयासों के लिए उन्हें यह मुकाम मिला। यूरोपीय सेंट्रल बैंक की अध्यक्ष क्रिस्टीन लेगार्ड को दूसरे स्थान पर रखा गया है, जबकि अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस सूची में तीसरे स्थान पर हैं। ईरान की जीना महसा अमिनी को मरणोपरांत प्रभावशाली सूची में 100वां स्थान मिला है।