लखनऊ। शादी समारोह या अन्य उत्सव के दौरान तेज ध्वनि से बजने वाले डीजे का इस्तेमाल तेजी से बढ़ता जा रहा है और इसका दुष्पप्रभाव लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है। डीजे से ज्यादा परेशानी बुजुर्गों और गंभीर मरीजों को हो रही है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने डीजे पर प्रतिबन्ध लगाने का फैसला किया है। सीएम योगी आदित्यनाथ के अनुसार हाई डेसिबल संगीत या डीजे बजाने के लिए, मजिस्ट्रेट से अनुमति लेनी होगी, फिर स्थानीय पुलिस स्टेशन और वहां से ट्रैफिक पुलिस के पास फॉर्म ले जाना होगा। प्रपत्र को वापस मजिस्ट्रेट के पास ले जाना होगा, जो अनुमोदन के लिए अंतिम मुहर लगाएगा।


बता दें कि अनुमति के अलावा बारात के लिए बैंड की उपलब्धता भी एक बड़ी समस्या है । कोविड-19 महामारी के दौरान, बैंड व्यवसाय पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है और अधिकांश बैंड सदस्यों ने अन्य पेशों की ओर रुख कर लिया. एक अनुमान के मुताबिक अकेले लखनऊ में हर दिन 1,000 से 1,500 शादियां हो रही हैं ।