नई दिल्ली । डीजल-पेट्रोल से चलने वाले वाहनों की संख्या अधिक होने के कारण राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली इन दिनों भारी प्रदूषण की चपेट में है और दिल्ली की हवा जहरीली हो गई है। प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए गौतम बुद्ध जिला के अपर जिलाधिकारी , प्रशासन नितिन मदान ने सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय विभाग के अधिकारियों को पुराने वाहनों के खिलाफ धीमी कार्रवाई को लेकर जमकर फटकार लगाई। जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में मदान ने कहा कि जिले में पुराने वाहनों पर कार्रवाई की गति काफी धीमी है और अब तक सिर्फ 10 हजार पुराने वाहनों को सड़क से हटाया गया है, जबकि जिले में पुराने वाहनों की संख्या 1.54 लाख है, जिन्हें हटाया जाना है।


1.44 लाख वाहन अब भी सड़कों पर राष्ट्रीय हरित अधिकरण के नियमों का उल्लंघन करके दौड़ रहे हैं। कलेक्ट्रेट के सभागार में शुक्रवार को आयोजित जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए अपर जिलाधिकारी ने एआरटीओ विभाग के अधिकारियों को कार्रवाई में तेजी लाने का आदेश दिया।
उन्होंने कहा कि 10 साल पुराने डीजल और 15 साल पुराने पेट्रोल वाहनों पर कार्रवाई की समीक्षा की गई और अब तक केवल 10 हजार वाहनों को हटाने की कार्रवाई की गई है, जबकि जिले में 1.4 4 लाख पुराने वाहन अब भी सड़कों पर दौड़ रहे हैं। एडीएम ने बताया कि आरटीओ विभाग को पंजीकरण रद्द का तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, दुर्घटना के ब्लैक स्पॉट को चिन्हित करने के निर्देश भी दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों में विद्यालय वाहन सुरक्षा समिति का गठन जरूरी है।