एक तरफ तो चीन में कोरोना से हाहाकार मचा हुआ है, दूसरी तरफ इस कहर के बावजूद चीन अगले साल आठ जनवरी से अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए क्वारंटीन खत्म करेगा। सोमवार को एक आधिकारिक घोषणा में यह जानकारी दी गई। चीन के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है क्योंकि वह अपनी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को फिर से खोल देगा। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सबसे अलग-थलग रहने के करीब तीन वर्षों बाद वह इस स्थिति से बाहर आ जाएगा।
आठ जनवरी से अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए क्वारंटीन खत्म
राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने सोमवार को कहा कि चीन आठ जनवरी, 2023 से अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए देश के भीतर क्वारंटीन की जरूरत को खत्म कर देगा। आयोग ने यह भी घोषणा की कि अगले महीने से कोविड-19 प्रबंधन को ए श्रेणी से बी श्रेणी में डाउनग्रेड कर दिया जाएगा। अधिकारियों का तर्क है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट डेल्टा स्ट्रेन से ज्यादा घातक नहीं है। डेल्टा स्ट्रेन से पूरी दुनिया में बड़े पैमाने पर लोगों की मौतें हुई थीं। इसके पहले शी जिनपिंग प्रशासन द्वारा इस महीने की शुरुआत में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद “शून्य-कोविड नीति” में कुछ छूट दी गई थी।
पहले दो सप्ताह से अधिक क्वारंटीन में रहना पड़ता था
अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए क्वारंटीन को हटाना चीन के लिए एक बड़ा कदम माना जा रहा है क्योंकि वह अपनी सीमाओं को फिर से खोलने जा रहा है। इस कदम से चीन अंतरराष्ट्रीय अलगाव (International Isolation) से बाहर आ जाएगा। पहले विदेश से आने वाले यात्रियों को अनिवार्य रूप से सरकारी आवास में दो सप्ताह से अधिक क्वारंटीन में रहना पड़ता था, जिसे धीरे-धीरे तीन दिनों की निगरानी के साथ घटाकर पांच दिन कर दिया गया था।
हांगकांग स्थित साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने बताया कि कोविड-19 को 2020 से अब तक संक्रामक रोग के रूप में शीर्ष श्रेणी ‘ए’ में प्रबंधित किया गया था, इसे बुबोनिक प्लेग और हैजा के बराबर रखा गया था। चीनी कानूनों के तहत, अधिकारियों को संक्रमित लोगों और उनके करीबी संपर्कों को क्वारंटीन और आइसोलेशन में रखने और उन बीमारियों को रोकने के लिए लॉकडाउन जैसे सख्त प्रतिबंध लगाने के लिए कहा गया था।