नॉलेज डेस्क। मगरमच्छ को पानी का राजा माना जाता है। अगर कोई दरिया में घुसा तो मगरमच्छ की मर्जी के बगैर वापस नहीं आ सकता है, ये इतने खतरनाक होते है की किसी का खेल खत्म करने में इन्हें मिनट भी नहीं लगाता है। वैसे कभी आपने ये बात सोची है कि जाड़े में नदियों का पानी जम जाता है, ऐसे में मगरमच्छ और घड़ियाल जैसे जीव कहां जाते होंगे और क्या करते होंगे? जब उन्हें खाने को शिकार तक नहीं मिल पाते तो क्या खाते होंगे। सबसे जरुरी होती है सांस लेने के लिए ऑक्सीज़न,भला जमे हुए पानी में इन्हें ऑक्सीज़न कैसे मिलती होगी और ये किस तरह सर्दियों में सर्वाइव करते होंगे?

कैसे जमी झील में ज़िंदा रहते हैं जीव?

होवर्ड के मुताबिक घड़ियाल और मगरमच्छ अपने शरीर का तापमान और मेटाबॉलिज़्म पानी के अंदर अपने हिसाब से एडजस्ट कर लेते हैं। जब वे पहली बार इन्हें बर्फबारी के बाद देखने आए तो इनके सांस लेने के हिस्से को बाहर नहीं देख पाए थे। बाद में उन्हें पता चला कि वे सांस लेने के लिए अपने मुंह को ऊपर की ओर रखते हैं। जबकि अपने शरीर का तापमान और मेटॉबॉलिज्म स्लो कर लेते हैं, जिससे उन्हें खाने की ज़रुरत नहीं पड़ती. इस तरह वे गर्मियों का इंतज़ार करते हैं।