कलिंगा विश्वविद्यालय के द्वारा शोधकर्ताओं के लिए 6 महीने के इंटर्नशिप कार्यक्रम का हुआ भव्य शुभारंभ

रायपुर। कलिंगा विश्वविद्यालय मध्य भारत का प्रतिष्ठित उच्च शिक्षा संस्थान है।जिसे राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद(नैक) के द्वारा बी प्लस रेंक की मान्यता प्रदान की गयी है।यह छत्तीसगढ़ में एकमात्र निजी विश्वविद्यालय है जो एनआईआरएफ रैंकिंग 2022 में उच्चस्तरीय 101-150 विश्वविद्यालयों में शामिल है। कलिंगा विश्वविद्यालय के सभी पाठ्यक्रमों को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, बार काउंसिल ऑफ इंडिया, फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद आदि प्रतिष्ठित संस्थानों से मान्यता प्रदान की गयी है।

मूल्य आधारित गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अनुसंधान पर केंद्रित कलिंगा विश्वविद्यालय में नये शोध और नयी खोज को विकसित करने के लिए सर्वसुविधायुक्त सेंट्रल इंस्ट्रुमेंटेशन सुविधा (सीआईएफ) की स्थापना की गयी है। कलिंगा विश्वविद्यालय में मूल्य आधारित गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अनुसंधान पर केंद्रित नये शोध और नयी खोज को विकसित करने के लिए सर्वसुविधायुक्त सेंट्रल इंस्ट्रुमेंटेशन सुविधा (सीआईएफ) की स्थापना की गयी है।
केंद्रीय उपकरण सुविधा (सीआईएफ)का लक्ष्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विविध क्षेत्रों में अत्याधुनिक अनुसंधान के लिए सबसे अद्यतन और उन्नत विश्लेषणात्मक तकनीकों के साथ एक केंद्रीय सुविधा प्रदान करना है।

इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए सीआईएफ के द्वारा विश्वविद्यालयीय छात्रों और शिक्षकों के साथ-साथ बाहरी शैक्षणिक संस्थानों,शोधकर्ताओं एवं औद्योगिक संस्थाओं के प्रशिक्षकों के लिए भी निर्धारित शुल्क लेकर उच्च-स्तरीय शोध उपकरणों को उपलब्ध कराकर विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।जिससे एक बेहतर शोध वातावरण बन सके।कलिंगा विश्वविद्यालय में सीआईएफ विभाग के द्वारा श्रृंखलाबद्ध प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।इसी तारतम्य में सीआईएफ के द्वारा शोधकर्ताओं के लिए विश्वविद्यालय के फार्मेसी भवन में 9 जनवरी 2023 को छः महीने के इंटर्नशिप कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

उक्त शुभारंभ समारोह की शुरुआत कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.आर. श्रीधर, महानिदेशक डॉ. बैजू जॉन , कुलसचिव डॉ.संदीप गांधी, डीएए राहुल मिश्रा और समस्त संकाय के अधिष्ठाता और प्राध्यापकों की उपस्थिति में माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन से हुयी। विश्वविद्यालय के महानिदेशक डॉ बैजू जॉन ने उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि इंटर्नशिप भविष्य की नींव है।नवीन प्रशिक्षणार्थियों कोअपने कौशल में सुधार करने और अपनी क्षमताओं को पहचानना बहुत जरूरी है उन्होंने यह भी कहा कि छह महीने के इंटर्नशिप कार्यक्रम कठोर अभ्यास, छात्रों और विशेषज्ञ संकाय सदस्यों के प्रयासों के साथ ऑफ़लाइन मोड के माध्यम से सीखने पर केंद्रित हैं।

इस अवसर पर उपस्थित कलिंगा यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. आर. श्रीधर ने इन कार्यक्रमों को शुरू करने के लिए किए गए प्रयासों के लिए सीआईएफ की टीम को बधाई दी और सभी की सफलता की कामना की। उन्होंने अपने अनुभव को भी साझा करते हुए कहा कि दैनिक जीवन में आज सबसे अधिक कौशल विकास की आवश्यकता है। उन्होनें अपनी शुभकामनाएं देते हुए प्रशिक्षकों से इंटर्नशिप के दौरान समर्पण के साथ काम करने और नया कुछ सीखने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि छात्रों को उपलब्ध संसाधनों का पूरी तरह से कुशल उपयोग करना चाहिए।

विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. संदीप गांधी ने उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि इंटर्नशिप कार्यक्रमों का लक्ष्य इंटर्न को सफल होने और दुनिया भर में होने वाले बदलावों के साथ तालमेल बिठाने में सक्षम बनाना है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के अकादमिक मामलों के अधिष्ठाता श्री राहुल मिश्रा ने भी इंटर्नशिप करने वाले प्रशिक्षणार्थियों को शुभकामनाएं दीं। समारोह के दौरान विभिन्न संकाय के अधिष्ठाता,प्राध्यापक और छात्र-छात्राएं उपस्थित थें।कार्यक्रम का संचालन फैशन डिजाइनिंग विभाग के विभागाध्यक्ष श्री कपिल केलकर ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन महानिदेशक डॉ बैजू जॉन के द्वारा किया गया।

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