इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में आज दो दिवसीय ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट  के उदघाटन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअली तरीके से जुड़े। पीएम मोदी ने कहा कि आईएमएफ भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक उज्ज्वल स्थान के रूप में देखता है। विश्व बैंक का कहना है कि भारत कई अन्य देशों की तुलना में वैश्विक विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए बेहतर स्थिति में है।

 पीएम मोदी ने कहा कि यह भारत के मजबूत मैक्रोइकॉनॉमिक फंडामेंटल के कारण है। ओईसीडी  ने कहा है कि भारत इस साल G20 समूहों में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा। मॉर्गन स्टेनली के अनुसार, भारत अगले 4-5 वर्षों में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि विकसित भारत निर्माण में मध्य प्रदेश की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। आस्था-अध्यात्म से  लेकर पर्यटन तक, कृषि से लेकर शिक्षा और स्किल विकास तक मध्य प्रदेश अजब, गजब और सजग भी है। मध्य प्रदेश में ये समिट ऐसे समय में हो रही है जब भारत की आजादी का अमृत काल शुरू हो चुका है, हम सभी मिलकर विकसित भारत के निर्माण के लिए जुटे हुए हैं। बीते 8 वर्षों में हमने रिफॉर्म की स्पीड और स्केल को लगातार बढ़ाया है। आज का नया भारत अपने प्राइवेट सेक्टर के ताकत पर भी उतना ही भरोसा करता हुआ आगे बढ़ा रहा है। हमने निजी क्षेत्र के लिए रक्षा, खनन और अंतरिक्ष जैसे कई रणनीतिक क्षेत्र खोले हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि एक स्थिर सरकार, एक निर्णायक सरकार और सही नीयत से चलने वाली सरकार विकास को अभूतपूर्व गति देती है। देश के लिए हर जरूरी फैसले लेती है। बीते आठ वर्षों में हमने रिफॉर्म की गति और स्केल को लगातार बढ़ाया है। 8 वर्षों में हमने नेशनल हाईवे के निर्माण की गति दोगुनी की है। इस दौरान भारत में ऑपरेशनल एयरपोर्ट्स की संख्या दोगुनी हो चुकी है। 

पीएम मोदी ने कहा कि भारत गांव-गांव तक ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क पहुंचा रहा है। वहां तेजी से 5G नेटवर्क का विस्तार कर रहा है। 5G से हर इंडस्ट्री और कंज्यूमर के लिए इंटरनेट ऑफ थिंग्स से लेकर एआई तक जो भी नए अवसर बन रहे हैं वो भारत में विकास की गति को और तेज करेंगे। हेल्थ हो, एग्रीकल्चर हो, न्यूट्रिशन हो, स्किल हो, इनोवेशन हो, हर लिहाज से भारत में नई संभावनाएं आपका इंतजार कर रही हैं। ये भारत के साथ-साथ एक नई ग्लोबल सप्लाई चेन के निर्माण का समय है। हमने हाल ही में मिशन ग्रीन हाइड्रोजन को मंजूरी दी है। इसमें 8 लाख करोड़ रुपए के बजट के साथ विकास की संभावनाएं हैं। यह न केवल भारत की बल्कि विश्व की भी जरूरतों और मांगों को पूरा करेगा।