नई दिल्ली। सर्जिकल स्ट्राइक पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के सवाल उठाने के बाद पार्टी बुरी तरह फंस चुकी है। अब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने उनके बयान से किनारा कर लिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के बयान से किनारा करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि मुझे अपनी सेना पर पूरा भरोसा है। यदि आर्मी कुछ करे तो उसे सबूत देने की कोई जरूरत नहीं है।

राहुल बोले- दिग्विजय के बयान से पूरी तरह असहमत

जब हम अंग्रेजों से लड़ रहे थे, तब भाजपा-संघ के लोग उनके साथ थे। उन्हीं के नेताओं ने दो देशों का कॉन्सेप्ट दिया। जहां तक दिग्विजय जी के बयान की बात है। उन्होंने जो सर्जिकल स्ट्राइक पर कहा, उससे हम पूरी तरह डिसएग्री करते हैं। हमारी आर्मी पर हमें पूरा भरोसा है। अगर आर्मी कुछ करे तो सबूत देने की जरूरत नहीं। मैं दिग्विजय सिंह के बयान से पूरी तरह असहमत हूं। निजी तौर पर मेरा यह मानना है कि दिग्विजयजी ने जो कुछ भी कहा, वह उनकी निजी राय है। कांग्रेस पार्टी भी इससे सहमत नहीं है।

मीडिया के सवाल से भड़के जयराम रमेश

जम्मू में ही मंगलवार को भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह से सवाल पूछने पर साथी जयराम रमेश भड़क गए। मीडिया दिग्विजय से सर्जिकल स्ट्राइक पर दिए बयान पर सवाल कर रहा था। इसी दौरान जयराम रमेश आए और कहने लगे- बहुत हो गया। आप लोग हमें चलने दीजिए। हम सभी सवालों के जवाब दे चुके हैं। आप प्रधानमंत्री से जाकर सवाल पूछिए।

दिग्विजय सिंह ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान ही कहा था कि सरकार ने कभी सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत नहीं दिया। विवाद बढ़ा तो बाद में सफाई भी दी थी कि हम भारतीय सेना का सम्मान करते हैं और वह हमारे लिए सबसे ऊपर है।

ये है पूरा विवाद

दरअसल, भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने पुलवामा और सर्जिकल स्ट्राइक का मामला उठाया। सिंह ने सरकार से पूछा- ‘पुलवामा में हमारे 40 जवान शहीद हुए थे…सरकार इसका खुलासा नहीं कर पाई…आखिर ये आरडीएक्स आया कहां से? सरकार अभी तक इस बात का जवाब नहीं दे पाई कि देवेंद्र सिंह डिप्टी एसपी कहां हैं? उसे क्यो छोड़ दिया गया? उस पर देशद्रोह का केस क्यों नहीं लगा? पीएम और पाक पीएम के क्या संबध हैं? कैसे संबध हैं। दोनों एक दूसरे की तरीफ कर रहे हैं।’

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक मंच से केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने आज तक संसद के सामने 2016 के सर्जिकल स्ट्राइक या 2019 के पुलवामा आतंकी हमले पर रिपोर्ट पेश नहीं की है। सरकार लगातार झूठ बोलती रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने अब तक सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर कोई सबूत नहीं दिखाया है।