नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद दिग्विजय सिंह बीते दिनों सर्जिकल स्ट्राइक पर सरकार से सबूत मांगा था। उनके इस बयान को लेकर उनकी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित कई नेताओं ने निंदा की थी । सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर अपनी टिप्पणी की वजह से अपनी ही पार्टी व विपक्षी दलों के निशाने पर आए कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने सफाई दी कि वह सशस्त्र बलों का बेहद सम्मान करते हैं और उनके सवाल सरकार से थे। भाजपा ने सवाल उठाया कि राहुल ने सशस्त्र बलों के प्रति सार्वजनिक सम्मान के प्रदर्शन में इतना वक्त क्यों लिया। पार्टी ने सिंह के बयान को निजी राय बताने के लिये भी राहुल को निशाने पर लिया।

सिंह ने हालांकि अपने बयान को लेकर उठे विवाद के बावजूद सरकार से आज एक के बाद एक कई सवाल ट्विटर पर पूछे। सिंह ने ट्विटर पर कहा, मैंने अपने सशस्त्र बलों को सर्वोच्च सम्मान दिया है। मेरी दो बहनों की शादी नौसेना अधिकारियों से हुई थी…रक्षा अधिकारियों से सवाल पूछने का कोई सवाल ही नहीं है। मेरे सवाल मोदी सरकार से हैं।उन्होंने कहा कि उस अक्षम्य खुफिया विफलता के लिए कौन जिम्मेदार है जहां हमारे 40 सीआरपीएफ कर्मी शहीद हुए थे? आतंकवादी 300 किलोग्राम आरडीएक्स कहां से ला सकते थे? सीआरपीएफ  कर्मियों को एयरलिफ्ट करने के अनुरोध को अस्वीकार क्यों किया गया?” मंगलवार को सिलसिलेवार किए गए ट्वीट में सिंह ने सरकार से कुछ सवाल किए।

कांग्रेस नेता ने पूछा, जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा आतंकवादियों के साथ पकड़े जाने के बाद पुलवामा के रहने वाले डीएसपी देविंदर सिंह को क्यों छोड़ दिया गया? पुलवामा आतंकवाद से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में से एक है, इलाके और वाहनों की जांच और चूक मुक्त बनाने की कार्रवाई क्यों नहीं की गई। वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ पर पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह की टिप्पणियों को “हास्यास्पद” करार दिया और कहा कि सशस्त्र बल “असाधारण रूप से अच्छा” काम कर रहे हैं और उन्हें कोई सबूत दिखाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि पार्टी दिग्विजय के बयान से पूरी तरह से असहमत है।

उधर भाजपा ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर सिंह की टिप्पणियों पर तीखी प्रतिक्रिया की है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस का डीएनए ही पाकिस्तान परस्ती का है। कभी सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगते हैं। कभी राम सेतु के सबूत मांगते हैं, तो कभी इस बात का सबूत मांगते हैं कि राम मंदिर और भगवान राम का अस्तित्व था या नहीं। सिंह के बयान के बाद से भाजपा नेताओं ने आतंकवाद व राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर कांग्रेस के खिलाफ हमलावर तेवर अपना रखे हैं और उनके निशाने पर राहुल गांधी दिखे।