नई दिल्ली : हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयर में लगातार गिरावट देखी जा रही है। वहीं यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गई। हिंडनबर्ग-अडानी मामले में शुक्रवार (10 फरवरी) को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में सुनवाई हुई। इस दौरान अदालत ने भारतीय निवेशकों को हुए लाखों करोड़ रुपये के नुकसान पर चिंता जताई। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को अडानी ग्रुप और हिंडनबर्ग रिपोर्ट से संबंधित याचिकाओं पर बाजार नियामक सेबी से जवाब मांगा है।

कोर्ट ने सेबी से सोमवार यानी 13 फरवरी को इस पर जवाब देने को कहा है। शुक्रवार को सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सेबी से कहा कि वह कोर्ट को बताएं कि भविष्य में निवेशकों को कैसे सुरक्षा देगा और कोर्ट को दिखाएं कि उसके पास मौजूदा वक्त में क्या सिस्टम है। साथ ही नियमों को मजबूत करने के लिए क्या किया जा सकता है। साथ ही एक विशेषज्ञ कमेटी बनाने का भी संकेत दिया। अब इस मामले में सोमवार (13 फरवरी) को सुनवाई होगी। Hindenburg Research-Adani Row

CJI ने और क्या कहा?

सीजेआई (CJI) ने कहा कि आप सोमवार को बताइए कि मौजूदा व्यवस्था क्या है और इसमें कैसे सुधार हो सकता है? इस पर भी विचार करें कि क्या हम एक विशेषज्ञ कमेटी बना सकते हैं जिसमें जानकार लोग हों, कोई पूर्व जज भी हो। उन्होंने कहा कि सिर्फ धनी लोग निवेश नहीं करते, मध्यम वर्ग के लोग भी करते हैं। आप वित्त मंत्रालय, सेबी (SEBI) वगैरह से चर्चा कर हमें बताएं। कमेटी की बात हम तक पहुंचाने के लिए एमिकस क्यूरी की भी नियुक्ति कर सकते हैं।