नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली से जयपुर जानें वाले लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज खास तोहफा दिया है। (Delhi Mumbai Expressway) पीएम ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के 246 किलोमीटर लंबे दिल्ली-दौसा-लालसोट फेज का उद्घाटन किया। इस एक्सप्रेसवे से दिल्ली से जयपुर की यात्रा का समय पांच घंटे से घटकर लगभग दो घंटे हो जाएगा। Delhi Mumbai Expressway First Phase Inauguration

इस मौके पर PM ने कहा कि दुनिया में ऐसे अनेक अध्ययन हैं, जो बताते हैं कि इन्फ्रास्ट्रक्चर में लगाई गई राशि जमीन पर कई गुना असर दिखाती है, कई गुना निवेश आकर्षित होता है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पिछले 9 साल से इस पर भारी भरकम खर्च कर रही है। इस साल के बजट में हमने 10 लाख करोड़ की व्यवस्था सिर्फ इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए की है। यह 2014 की तुलना में 5 गुना ज्यादा है। इससे राजस्थान को बहुत बड़ा लाभ होने वाला है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर के निर्माण का एक और पक्ष है। जब यह तैयार हो जाता है तो किसान, स्टूडेंट, व्यापारी सभी को अनेक सुविधाएं मिलती हैं। जैसे दिल्ली-दौसा-लालसोट के बीच इस हाईवे से जयपुर से दिल्ली जाने का टाइम आधा हो जाएगा। ये प्रोजेक्ट राजस्थान समेत मप्र, महाराष्ट्र और गुजरात की तस्वीर बदल देंगे। ये एक्सप्रेस-वे बंदरगाहों, लॉजिस्टिक पार्क को कई राज्यों से जोड़ेगा। यह देश के सबसे आधुनिक एक्सप्रेस-वे में से एक है।

बता दें कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे अब तक 246 किलोमीटर तक बन गया है। यानी दिल्ली-दौसा-लालसोट फेज बनकर तैयार है, इसे विकसित करने में करीब 12,150 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत आई है। इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से पूरे क्षेत्र के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। पीएम मोदी दौसा (राजस्थान) से 18,100 करोड़ रुपये से ज्यादा के रोड डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स का शुभारंभ करेंगे। इसके साथ ही एक्सप्रेस-वे की अन्य 3 परियोजनाओं का शिलान्यास किया जाएगा।

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की कुल 1,386 किमी लंबाई है और 98,000 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जा रहा है। इतनी लंबी दूरी का देश में ये पहला एक्सप्रेसवे होगा। इससे दिल्ली और मुंबई के बीच यात्रा की दूरी 12% कम हो जाएगी। ऐसे में यात्रा का समय भी 50% घट जाएगा। पहले 24 घंटे का वक्त लगता था और अब 12 घंटे हो जाएगा।

ये एक्सप्रेस-वे छह राज्यों से होकर गुजरेगा। दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात से महाराष्ट्र पहुंचेगा और कोटा, इंदौर, जयपुर, भोपाल, वडोदरा और सूरत जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ेगा। यह भारत और एशिया का पहला एक्सप्रेस-वे है, जिसमें पशु ओवरपास और अंडरपास बनाया गया है। रणथंभौर वन्यजीव अभयारण्य पर इसके प्रभाव को कम करने के लिए इसे डिजाइन किया गया है।

प्रधानमंत्री धनवाड़ा गांव में एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे, जिसके लिए 60,000 लोगों के बैठने की व्यवस्था के साथ एक विशाल गुंबद बनाया गया है। प्रधानमंत्री एक्सप्रेसवे के दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड का उद्घाटन करने के लिए हेलीकॉप्टर से दौसा जिले के धनवाड़ा गांव पहुंचायेगा। वीवीआईपी मेहमानों के उतरने के लिए कुल छह हेलीपैड बनाए गए हैं।