TOMAR ARREST

जांजगीर-चांपा। जिले में शिक्षा के अधिकार (RTE) के फंड में सेंध मरने के मामले में अंततः पूर्व DEO कुंजल सिंह तोमर की भूमिका सामने आयी, जिसके बाद पुलिस ने तोमर को गिरफ्तार कर लिया।

जांजगीर पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2019- 2020 में तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी कुंजल सिंह तोमर, उम्र 62 वर्ष, निवासी बी0डी0 महंत उप नगर, जांजगीर द्वारा वर्ष 2019-2020 में कुल 172 निजी स्कूलों द्वारा प्रस्तुत मांग पत्र का पुष्टिकरण कर मांग राशि कुल 5 करोड़ 70 लाख 90 हजार 745 रू का भुगतान करने के लिए स्कूलवार जानकारी तैयार कर लोक शिक्षण संचानालय इंद्रावती भवन नया रायपुर को प्रेषित कर अधिक राशि का आहरण कराया गया था। उक्त मामले में मयूरा कान्वेंट स्कूल भी शामिल है, जिसकी जानकारी तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी कुंजल सिंह तोमर को भी थी।

इस तरह किया घोटाला

विवेचना के दौरान प्रार्थी व गवाह का कथन लिया गया एवं प्रस्तुत दस्तावेजों के आधार पर मयूरा कान्वेन्ट स्कूल बलौदा के संचालक राजेन्द्र मौर्य के द्वारा प्रलोभन दिये जाने पर तत्कालीन शिक्षा का अधिकार खण्ड प्रभारी शिवानंद राठौर, सहायक ग्रेड-2 तथा विकास कुमार साहू, कम्प्यूटर आपरेटरके द्वारा छलपूर्वक शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत मयूरा कान्वेन्ट स्कूल बलौदा के 2019-20 के मांग पत्रक में अंकित राशि में कांट-छांट, कूटरचना कर पात्रता से अधिक राशि 72 लाख 27 हजार 690 रूपये का मांग पत्र तैयार कर स्वीकृति हेतु कार्यालय संचालक, लोक षिक्षण संचालनालय, इंद्रावती भवन, नवा रायपुर को प्रेषित किया गया था। शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत् सत्र 2019-20 में मयूरा कान्वेन्ट स्कूल बलौदा के खाता में शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत कुल राशि 72,27,690 रूपये का भुगतान होना पाया गया। जिस पर प्रकरण में धारा 467 ,468, 471,120 बी भादवि जोड़ी गई।

स्कूल संचालक ने लौटाए 30 लाख रूपये

प्रकरण के आरोपी राजेन्द्र मौर्य, शिवानन्द राठौर एवं विकास कुमार साहू को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर अपना जुर्म स्वीकार किया गया। विभाग की जानकारी में प्रकरण आने पर स्वीकृत राशि में से तीस लाख रूपये को आरोपी राजेन्द्र मौर्य के द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी जांजगीर-चांपा के खाते में वापस किया गया। पंद्रह हजार रूपया मयूरा कान्वेन्ट स्कूल के नाम से संचालित खाता में होना तथा शेष रकम को खर्च करना बताया गया।

3 को किया जा चुका है गिरफ्तार

विवेचना के दौरान आरोपियों के द्वारा अपना जुर्म स्वीकार करने तथा उनके विरूद्ध पर्याप्त साक्ष्य पाये जाने पर स्कूल संचालक राजेन्द्र मौर्य के अलावा शिवानंद राठौर और विकास कुमार साहू को गिरफ्तार किया जाकर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा जा चुका है। वहीं प्रकरण में सम्मिलित आरोपी कुंजल सिंह तोमर को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में जेल भेजा गया।

भर्ती घोटाले में हो चुके हैं निलंबित

कुंजल सिंह तोमर ने जांजगीर में अपने कार्यकाल में ग्राम गोधना में संचालित अनुदान प्राप्त स्कूल में गलत तरीके से भर्तियां की थी। इस दौरान उन्होंने अपने बेटे को भी बतौर शिक्षक यहां भर्ती करवाया था। 8 महीने बाद मामला उजागर होने के बाद सभी कर्मियों को बर्खास्त करते हुए विभागीय कार्रवाई की गई। इस दौरान लोक शिक्षण संचालनालय (DPI) में बतौर पदस्थ रहे कुंजल सिंह तोमर को निलंबित कर दिया था। फिलहाल वे अपने कर्मों की वजह से जेल की हवा खा रहे हैं।

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