
टीआरपी डेस्क
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र जारी है। आज मंगलवार को सत्र आरंभ होते ही सदन में उपस्थित माननीयों के बीच स्मार्टनेस पर छींटाकशी चलती रही। वैसे तो पूरा सत्र हंगामेदार ही रहा है, लेकिन गाहे बगाहे माहौल को खुशनुमा बनाने के लिए माननीयों के बीच फ़िकराकशी भी होती रही। शुरुआत विधानसभा अध्यक्ष के सदन में आते ही हुई।
मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि आज अध्यक्षजी जोरदार स्मार्ट लग रहे हैं। अध्यक्ष डॉ महंत ने कहा, आपसे कम ही लग रहे हैं। ऐसे में धर्मजीत सिंह ने मंत्री भगत पर चुटकी ली कि वे स्मार्ट लग नहीं रहे, बल्कि हैं। भगत ने कहा कि ऊपर से तो स्मार्ट लग रहे हैं, बाकी आप जानेंगे। धर्मजीत ने कहा कि आप थोड़ा सा नजदीक तो आओ, फिर जानेंगे कि कितने स्मार्ट हैं।
बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने चुटकी लेते हुए कहा कि आज सदन के लिए ऐतिहासिक दिन है। पहली बार माननीय अमितेश शुक्ल जी का सवाल पांच नंबर पर लगा है और वे सुबह 9.30 बजे से पूछने के लिए बैठे हैं। चंद्राकर ने स्पीकर से कहा कि आप अमितेश जी के प्रश्न को व्यवस्था देकर पहले नंबर पर ले लीजिए। जब कांग्रेस विधायक अमितेश शुक्ल की बारी आई तो स्पीकर ने कहा कि उनका स्वागत किया जाए। इस पर अजय चंद्राकर ने कहा कि उनका ब्लड प्रेशर भी नपवा लिया जाए। आपने कैम्प लगवाया है। बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा ने तंज कस्ते हुए कहा कि अमितेश जी के साथ अन्याय हो रहा है, जवाब देने के स्थान पर प्रश्न करना पड़ रहा है।
अरूण वोरा ने कहा कि अमितेश जी को न छेड़ा जाए. वे छेड़ने वाली चीज नहीं हैं। स्पीकर ने चुटकी ली कि आप दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों के पुत्र हैं, आप लोगों को ही आपस में निपटना चाहिए। तभी टपक से अमितेश शुक्ल ने गंभीर होकर कहा… यह आदिवासी विभाग से जुड़ा गंभीर मामला है, कृपया आप लोग शांति से सुनें। माननीयों की यह बातें सुनकर सत्ता पक्ष और विपक्ष नहीं दीर्घा में बैठे सभी गणमान्य भी मुस्कुराते रहे।