रायपुर : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज बस्तर आएंगे। वे कल दोपहर तक बस्तर संभाग में ही रहेंगे। वहीं कल CRPF स्थापना दिवस में शामिल होंगे। अमित शाह के छत्तीसगढ़ दौरे को लेकर राजनितिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है। कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आंनद शुक्ल ने केंद्रीय गृहमंत्री के दौरे पर सवाल किया है। उन्होंने कहा है की अमित शाह जवाब दें कि 15 सालों तक बस्तर को क्यों उपेक्षित रखा गया।

शाह जवाब दें कि कोेंडागांव जिले को नक्सल प्रभावित जिले की सूची से बाहर कर दिया गया, ताकि लाभ न मिले। आखिर भाजपा छत्तीसगढ़िया और बस्तर के लोगों से किस बात का बदला लेना चाहती है? बस्तर में केंद्रीय बलों की तैनाती का लगभग 12,000 करोड़ छत्तीसगढ़ से वसूल लिया। देश के आतंरिक सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा नक्सलवाद है, लेकिन गृह मंत्री अमित शाह और पीएम नरेन्द्र मोदी की सरकार अपनी जिम्मेदारियों से लगातार भाग रही है।

शुक्‍ला ने कटाक्ष किया कि अमित शाह के दौरे से छत्तीसगढ़ को कुछ लाभ नहीं होने वाला है। शाह को दौरे के पहले मोदी सरकार के दर्जनों मंत्री छत्तीसगढ़ के दौरे पर आए, लेकिन उनके दौरे से छत्तीसगढ़ को कुछ लाभ नहीं हुआ है। बस्तर दौरे से पहले अमित शाह कोरबा आये थे, उस दौरान भी कोई केंद्रीय पैकेज, सुविधा या स्वयं के विभाग से संबंधित कोई सौगात नहीं दिए थे।