Stone pelting on Ram Navami procession in Vadodara- गुजरात में भी रामनवमी शोभायात्रा में पथराव, 22 अरेस्ट
Stone pelting on Ram Navami procession in Vadodara- गुजरात में भी रामनवमी शोभायात्रा में पथराव, 22 अरेस्ट

टीआरपी डेस्क

पश्चिम बंगाल और बिहार के बाद गुजरात के वडोदरा में भी रामनवमी शोभायात्रा में पथराव के बाद तनाव की स्थिति निर्मित है। गुजरात के वडोदरा शहर में दो जगहों पर रामनवमी शोभायात्रा में पथराव किया गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि एक स्थान पर हुए पथराव में कुछ लोग घायल हो गए। वहीं पुलिस ने एक्शन लेते हुए इस मामले में अब तक 22 लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने जानकरी देते हुए बताया कि पहली घटना फतेहपुरा क्षेत्र के पंजरीगर मोहल्ले के पास दोपहर में हुई, जबकि दूसरी घटना शाम को नजदीकी कुंभरवाड़ा में हुई। पुलिस के मुताबिक, फतेहपुरा क्षेत्र में हुई घटना में कोई घायल नहीं हुआ, जबकि कुंभरवाड़ा में रामनवमी के जुलूस पर हुए पथराव में एक महिला समेत कुछ लोग घायल हो गए।

पंजरीगर मोहल्ले के जुलूस का आयोजन विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने किया था। वहीं, दूसरा जुलूस स्थानीय निवासियों द्वारा आयोजित किया गया था। स्थानीय भाजपा विधायक मनीषा वकील उस जुलूस का हिस्सा थीं, जिस पर कुंभरवाड़ा में पथराव किया गया। विधायक ने कहा, ‘‘जब शोभा यात्रा शांतिपूर्वक गुजर रही थी, तो कुछ लोगों ने अचानक हम पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। शोभा यात्रा में शामिल कुछ महिलाएं घायल हो गईं। पुलिस कानून-व्यवस्था बनाए रखने की पूरी कोशिश कर रही है। घटना के सामने आए वीडियो में पथराव शुरू होने के बाद लोगों को बचने के लिए भागते हुए देखा जा सकता है।

वहीं, राम की मूर्ति ले जा रहे रथ को सुरक्षित स्थान पर खींच लिया गया। कुछ घायलों ने बताया कि पत्थर पास की छतों से फेंके गए थे। घटना के बाद नगर पुलिस आयुक्त शमशेर सिंह ने कुंभरवाड़ा इलाके का दौरा किया। बजरंग दल के एक नेता ने आरोप लगाया कि पहले भी इस तरह की घटनाएं होने की जानकारी के बावजूद जुलूस के दौरान कहीं पुलिस नहीं दिखी। हर साल इसी मार्ग से जुलूस निकाला जाता है। वहीं पुलिस के कहना है कि घटना उस समय की है, जब जुलूस एक मस्जिद के निकट पहुंचा और लोगों ने मौके पर पहुंचना शुरू कर दिया। यह सांप्रदायिक दंगा नहीं है। हमने भीड़ को तितर-बितर किया और जुलूस आगे बढ़ा।” अवर पुलिस आयुक्त मनोज निनामा भी मौके पर पहुंचे और शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात करने का आदेश दिया।