नई दिल्ली : चीतों को नामीबिया से कूनो तक लाने की पहल के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वन्य जीवों को संरक्षण की एक और बड़ी मुहिम में जुट गए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कर्नाटक के मैसूर में टाइगर प्रोजेक्ट के 50 वर्ष पूरे होने पर इंटरनेशनल बिग कैट्स एलायंस (IBCA) का शुभारंभ किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने प्रोजेक्ट टाइगर के 50 साल पूरे होने पर एक स्मारक सिक्का भी जारी किया। पीएम मोदी ने बाघों की नई गणना रिपोर्ट जारी की है। भारत में बाघों की संख्या बढ़कर 3 हजार 167 हो गई है। 2006 में यह संख्या 1411 थी। इससे पहले 2018 व 2019 में जारी बाघों की गणना में 2967 संख्या पाई गई थी। आईबीसीए दुनिया की सात अहम बड़ी बिल्लियों यानी बाघ, शेर, तेंदुआ, हिम तेंदुआ, प्यूमा, जगुआर और चीता के संरक्षण को बढ़ावा देगा।

इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा, ”हम सभी एक बेहद महत्वपूर्ण पड़ाव के साक्षी बन रहे हैं, प्रोजेक्ट टाइगर को 50 वर्ष हो गए हैं। प्रोजेक्ट टाइगर की सफलता न केवल भारत के लिए, बल्कि विश्व के लिए भी गर्व की बात है. भारत ने न सिर्फ टाइगर को बचाया है, बल्कि उसे फलने-फूलने का एक बेहतरीन ईको सिस्टम दिया है।”

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कर्नाटक के बांदीपुर टाइगर रिजर्व का दौरा किया।पीएम मोदी आज अलग अवता में नाजा आये। प्रधानमंत्री प्रोजेक्ट टाइगर के कार्य्रकम के अनुसार काली टोपी, खाकी पैंट और छलावरण टी-शर्ट पहने हुए नजर आये। पीएम नरेंद्र मोदी ने बांदीपुर टाइगर रिजर्व से जुड़ी कुछ तस्वीरों को ट्विटर पर शेयर किया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘सुबह का समय सुंदर बांदीपुर टाइगर रिजर्व में बिताया और भारत के वन्य जीवन, प्राकृतिक सुंदरता और विविधता की झलक देखी।

पीएम मोदी ने किया नामीबिया के चीतों का जिक्र
पीएम मोदी ने आगे कहा कि दशकों पहले भारत से चीते विलुप्त हो गए थे, हम शानदार चितों को नामीबिया और दक्षिण अफ्रिका से भारत लेकर आए। कुछ दिन पहले ही कूनो नेशनल पार्क में 4 सुंदर शावकों ने जन्म लिया है।उन्होंने कहा यह बिग कैट का पहला सफल ट्रांस-कॉन्टिनेंटल ट्रांसलेशन है। लगभग 30,000 हाथियों के साथ, हम दुनिया में सबसे बड़े एशियाई हाथियों की श्रेणी वाले देश हैं।

प्रकृति की रक्षा करना भारतीय संस्कृति का अंग- पीएम मोदी
प्रोजेक्ट टाइगर के 50 साल पूरे होने के उद्घाटन सत्र में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रोजेक्ट टाइगर बड़ी बिल्लियों की सुरक्षा और संरक्षण का मार्ग प्रशस्त करता है। प्रकृति की रक्षा करना भारतीय संस्कृति का अंग है। प्रोजेक्ट टाइगर की सफलता न केवल भारत के लिए बल्कि पूरे विश्व के लिए गर्व की बात है। भारत ने आजादी के 75 साल पूरे कर लिए हैं और दुनिया की बाघों की आबादी का 75 फीसद भारत में है।

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