Government Alert In All Districts After Biranpur Violence -सभी कलेक्टर-एसपी को अलर्ट जारी, सीएस-डीजीपी लेंगे बैठक
Government Alert In All Districts After Biranpur Violence -सभी कलेक्टर-एसपी को अलर्ट जारी, सीएस-डीजीपी लेंगे बैठक

विशेष संवादाता

रायपुर। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के गांव बिरनपुर में सांप्रदायिक हिंसा के बाद राज्य शासन एक्शन मोड में है। कवर्धा, फिर साजा के बाद दुबारा ऐसी वारदात नहीं हो इसके लिए राज्य शासन ने ताकीद जारी कर दिया है। सभी जिलों के कलेक्टर-एसपी के लिए प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। अलर्ट के तहत कलेक्टर-एसपी को जिलों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। तत्संबंध में मुख्य सचिव अमिताभ जैन एवं पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा सभी कलेक्टर-एसपी से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संभावित खतरों और सांप्रदायिक हिंसा के लिए जरुरी एहतियात बरतने के लिए दिशा-निर्देश देंगे।

बिरनपुर कांड के इतना उग्र रूप अख्तियार करने से लेकर बाईट 72 घंटों में की गई पुलिस और प्रशासनिक तैयारियों पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास पर अधिकारियों के साथ बैठक किये हैं। उन्होंने व्यवस्था में चूक और लापरवाही पर नाराज़गी भी जाहिर किया है। सीएम भूपेश बघेल ने कानून व्यवस्था की समीक्षा की है। इस बैठक में मुख्य सचिव व डीजीपी भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री से बैठक के बाद मुख्य सचिव और डीजीपी सभी कलेक्टर-एसपी की बैठक में मसरूफ हैं। इसमें कानून व्यवस्था बनाए रखने, शांति समिति की बैठकें करने और असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दे सकते हैं।

बता दें कि शनिवार को बिरनपुर गांव में सांप्रदायिक हिंसा में भुनेश्वर साहू नाम के एक युवक की हत्या हो गई. इसे लेकर हिंदूवादी संगठनों ने सोमवार को बंद का आह्वान किया था. इसके बाद मंगलवार को सुबह बिरनपुर से लगे एक गांव में दो लाशें और मिली हैं. इनकी पहचान रहीम मोहम्मद (55 वर्ष) और इदुल मोहम्मद (35 वर्ष) के रूप में हुई है. दोनों बकरी चराने के लिए निकले थे और घर नहीं लौटे थे. सिर पर चोट लगने से इनकी मौत हुई है।

कवर्धा, साजा के बाद बढ़ी चिंता

राज्य शासन की पेशानी में अब बल पड़ने लगा है। पहले कवर्धा और अब साजा में हुए उग्र साम्प्रदायिक तनाव का असर अन्य जिलों में भी पद सकता है। इस इनपुट के बाद ही उच्च स्तरीय प्रशासनिक बैठकों का दौर जारी है। साम्प्रदायिकता की आग फ़िलहाल प्रदेश के अन्य जिलों में नहीं फैले इसके लिए भी सीएस, डीजीपी को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। बता दें दुर्ग, भिलाई, राजनांदगांव और बिलासपुर के अलावा रायपुर इन सब से फ़िलहाल अछूता है। ऐसे शांत इलाकों में कोई बाहरी ताकतें माहौल नहीं ख़राब कर सके इसके लिए शासन स्टार पर तैयारियां बैठक में की जायेगीं। जल्द ही कलेक्टर-एसपी की बैठक के बाद तनाव की रोकथाम और इसे फैलने से रोकने के लिए आदेश जारी हो सकता है।

जांच रिपोर्ट के बाद नपेंगे अफसर

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बिरनपुर में हत्याकांड को लेकर खासे नाराज़ हैं। उन्होंने सांप्रदायिक दंगों के इतना उग्र रूप लेने की कमीश्नरी जांच के आदेश दिए हैं। सप्ताहभर बाद रिपोर्ट आएगी तो कलेक्टर, एसपी, आईजी समेत अन्य पर गाज गिरना तय है। क्योंकि माहौल को नियंत्रण से बहार जाने से रोकने के लिए शुरुआती दौर में जो इंतज़ाम किये गए थे उनमे स्पष्ट चूक दिखी। अगर पुख्ता इंतज़ाम होते तो सामुदायिक बैठक, शांति समिति का गठन, सुरक्षा इंतज़ाम के साथ ही 72 घंटे में समुदाय विशेष के अन्य लोगों की हत्या को रोका जा सकता था।