CG News Electricity bill will come down in April-May, know how much benefit on how many units consumed
CG News Electricity bill will come down in April-May, know how much benefit on how many units consumed

रायपुर। CG News: इस बार ग​र्मी में बिजली बिल (Electricity bill) देखकर घरेलू उपभोक्ताओं को पसीना नहीं आएगा। यह फायदा वीसीए (Variable Cost Adjustment Charge) चार्ज 78 पैसे से घटकर 43 पैसे प्रति यूनिट करने की वजह से मिलेगा। अप्रैल का बिजली बिल यानी मई में जो बिल लोगों के घरों में आएगा वह कम रहेगा। 100 यूनिट तक के बिजली बिल में 35 रुपए, 200 यूनिट पर 70 रुपए और 400 यूनिट खपत करने वालों का बिजली बिल 140 रुपए कम आएगा।

CG News: एक अप्रैल से नया टैरिफ लागू

CG News: आमतौर पर मई में आने वाला बिजली बिल लोगों के लिए थोड़ा भारी रहता है। एक अप्रैल से नया टैरिफ लागू हो जाता है और मई के महीने में बढ़ा हुआ बिल मिलता है। इस साल राज्य विद्युत विनियामक आयोग ने बिजली बिल के टैरिफ में कोई वृद्धि नहीं की। दूसरा, फायदा वीसीए चार्ज प्रति यूनिट 35 पैसा कम होने का दोहरा फायदा उपभोक्ताओं को मिलेगा।

CG News: तीन महीने में दूसरी बार वीसीए चार्ज में कमी

CG News: बिजली कंपनी ने तीन महीने में दूसरी बार वीसीए चार्ज में कमी की है। दिसंबर-जनवरी में वीसीए चार्ज प्रति यूनिट 1.10 रुपए था। फरवरी-मार्च के लिए इसे घटाकर 78 पैसे प्रति यूनिट किया गया। अब अप्रैल-मई के लिए इसमें फिर कमी करके 43 पैसा प्रति यूनिट तय किया गया है। इस तरह दो बार की कमी से उपभोक्ताओं को तीन महीने में 67 पैसे की फायदा मिला है।

CG News: अभी आयोग के तय रेट की तुलना में कंपनी को थर्मल प्लांटों से 34.93 करोड़ और सोलर एनर्जी से 10.13 करोड़ रुपए महीने के हिसाब से सस्ती बिजली मिली है। लागत कम होने के कारण ही कंपनी ने वीसीए चार्ज घटाने का निर्णय लिया है। वैसे इसे हर दो माह में रिवाइज किया जाता है।

CG News: क्या होता है वेरिएबल कॉस्ट एडजेस्टमेंट

CG News: बिजली कंपनी अक्सर सप्लाई को सामान्य रखने के लिए पाॅवर प्लांटों से बिजली खरीदती है। कंपनी को बिजली महंगी मिले तो लोगों के बिल में वीसीए (Variable Cost Adjustment Charge) चार्ज बढ़ाया जाता है, ताकि कंपनी का घाटा एडजस्ट हो। यही बिजली सस्ती मिले तो लोगों के बिल में जुड़ा वीसीए चार्ज घटा दिया जाता है। जून-जुलाई में इसकी फिर समीक्षा होगी और दरें बिजली सस्ती या महंगी मिलने पर आधारित होंगी।