टीआरपी डेस्क। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रांची के पूर्व उपायुक्त और आईएएस अधिकारी छवि रंजन पर कानूनी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। ईडी ने झारखंड के रांची और जमशेदपुर के अलावा बिहार के गोपालगंज और बंगाल के कोलकाता में छापेमारी की है।

यह सभी ठिकाने रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन, उनके कार्यकाल पदस्थापित रहे चार अंचलाधिकारी, उनके रिश्तेदार, कुछ जमीन माफिया और जगतबंधु टी एस्टेट के संचालक से संबंधित हैं।

पूजा सिंघल के बाद छवि रंजन झारखंड के दूसरे आइएएस अधिकारी हैं, जिनपर ईडी का छापा पड़ा है। आइएएस छवि रंजन अभी निदेशक समाज कल्याण के पद पर पदस्थापित हैं।

छवि रंजन के कदमा (जमशेदपुर) स्थित लौंगिया अपार्टमेंट के आवास पर ईडी ने कार्रवाई की। यहां छवि रंजन के पिता रहते थे, लेकिन एक माह से घर बंद था। टीम ने आदित्यपुर से छवि रंजन के भतीजे से चाबी मंगाकर फ्लैट का ताला खोला।

ईडी के अधिकृत सूत्रों की माने तो यह छापेमारी सिर्फ सेना के कब्जे वाली जमीन से संबंधित ही नहीं है। ये मामला इसी तरह के कई जमीन की अवैध तरीके से खरीद-बिक्री की जांच को लेकर हो सकता है। अब तक कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिलने की सूचना है।

बता दें कि आयुक्त की जांच रिपोर्ट में सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन की खरीद-बिक्री मामले में फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ था। उक्त रिपोर्ट में यह बात सामने आई थी कि प्रदीप बागची नामक व्यक्ति ने फर्जी रैयत बनकर जगत बंधु टी इस्टेट प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक दिलीप कुमार घोष को उक्त जमीन बेच डाली थी।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटरयूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्रामकू
 पर