नई दिल्ली। अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के हैंडलर संतोष महादेव सावंत ऊर्फ अबू सावंत को भारत लाने में भारतीय एजेंसियों को बड़ी सफलता मिली है। अबू सावंत दो दशक से फरार था, उसे आखिरकार सिंगापुर से भारत प्रत्यर्पित कर दिया गया है। सीबीआई ने दिल्ली में उसे हिरासत में ले लिया है। अबू सावंत को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। अबू सावंत को भारत प्रत्यर्पित किए जाने को छोटा राजन के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है क्योंकि अबू सावंत ही छोटा राजन के पैसों को लेदनेन को देखता था। उसे छोटा राजन का काफी भरोसेमंद माना जाता है।अबू सावंत को भारत लाने की कोशिश की शुरुआत 2010 में हुई थी। जांच एजेंसियों को पता चला था कि वह सिंगापुर में होटल चलाता है।

माना जा रहा है कि रेड टेप की वजह से अबू सावंत का प्रत्यर्पण में देरी हुई है। लेकिन लंबे समय के बाद अब अबू सावंत को भारत लाने में जांच एजेंसियों को सफलता मिली है।  पुलिस का कहना है कि अबू सावंत के खिलाफ 6 केस लंबित हैं, जिसमे महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एक्ट के तहत केस भी दर्ज है। यह केस अबू और छोटा राजन की पत्नी सुजाता निखलजी के खिलाफ दर्ज है। दोनों ही इस केस में आोरपी हैं। यह केस 2006 का है। उस वक्त क्राइम ब्रांच ने सुजाता को गिरफ्तार कर लिया था, इसके साथ ही दो और लोगों को तिलक नगर स्थित बिल्डर को धमकी देने और फिरौती मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। आरोप है कि सुजाता और अबू सावंत बिल्डर पर दबाव डाल रहे थे कि वह वह इस प्रोजेक्ट को सुजाता की कंपनी खुशी कंस्ट्रक्शन को दे दे। यह कंपनी छोटा राजन की बेटी के नाम थी। वहीं अबू सावंत तिलक नगर में रियल इस्टेट एजेंट का बेटा है। उसने प्रॉपर्टी डील के समय छोटा राजन से मुलाकात की थी।