हेल्दी रहने के लिए हमारे शरीर को पोषक तत्वों की काफी जरुरत होती हैं। हमें प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, विटामिन-डी जैसे तत्वों की आवश्यकता होती है। ऐसे में आपको अपनी डाइट में इन पोषक तत्वों से भरपूर फूड्स को जरूर शामिल करना चाहिए। शरीर में कैल्शियम की पूर्ति के लिए दूध पीना काफी जरूरी है, लेकिन कई लोगों को दूध पीना पसंद नहीं होता। आज बताएंगे कि आप दूध के अलावा किन चीज़ों का सेवन कर शरीर में कैल्शियम की कमी को दूर कर सकते हैं।

चिया सीड्स

अगर दूध पीना पसंद नहीं है, तो आपको चिया सीड्स का सेवन जरूर करना चाहिए। यह एक गिलास दूध के बराबर कैल्शियम की पूर्ति करता है। जिससे हड्डियां, दांत और नाखून को मजबूती मिलती है। ये बीज फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होते हैं, जिससे लंबे समय तक पेट भरा रहता है। इसमें मौजूद प्रोटीन मांसपेशियों के विकास में सहायक है। आप इसे अपनी डाइट में कई तरीकों से शामिल कर सकते हैं। चाहें तो आप इसका हलवा बनाकर खा सकते हैं या स्मूदी में भी शामिल कर सकते हैं।

तिल के बीज

काले या सफेद तिल दोनों ही कैल्शियम से भरपूर होते हैं। इसमें मैंगनीज, फाइबर, प्रोटीन, फास्फोरस, जस्ता, कैल्शियम और कई तत्व पाए जाते हैं। शरीर में कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए आप अपनी डाइट में तिल जरूर शामिल करें। आप इसे सलाद या स्मूदी में मिलाकर सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा, यह ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने और कोलेस्ट्रॉल समान्य रखने में भी मददगार है।

खसखस को बनाएं डाइट का हिस्सा

खसखस में मैंगनीज और कैल्शियम पर्याप्ता मात्रा में मौजूद होते हैं। ये बीज प्रोटीन और कॉपर से भी भरपूर होते हैं। खसखस का हलवा काफी स्वादिष्ट होता है। आप इसे अपनी डाइट में शामिल कर शरीर में कैल्शियम की कमी को दूर कर सकते हैं। जिससे आपकी हड्डियां स्वस्थ रहेंगी। इसके नियमित सेवन से आपके शरीर को अमीनो एसिड, वसा और कार्ब्स का उपयोग करने में मदद मिल सकती है।

रागी को बनाएं आहार का हिस्सा

रागी यानी बाजरा में पोटैशियम पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। यह ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में काफी मदद करता है। इसमें मौजूद आयरन शरीर में हीमोग्लोबिन बनाने में मदद कर सकता है। रिसर्च के अनुसार, रागी डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद है। क्योंकि यह रक्त शर्करा के स्तर को नहीं बढ़ाता है।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।