मणिपुर। मणिपुर में मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति की श्रेणी में शामिल करने की मांग को लेकर जारी धरना-प्रदर्शन के दौरान उग्र भीड़ ने प्रदेश की राजधानी इंफाल में भारतीय जनता पार्टी के विधायक वुंगजागिन वाल्टे पर हमला कर दिया।  विधायक वाल्टे की हालत चिंताजनक बताई जा रही है। वाल्टे पर हमला उस समय हुआ जब वे मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से मुलाकात करके सचिवालय से वापस लौट रहे थे, इसी दौरान उग्र भीड़ ने उनपर हमला कर दिया।

प्रदेश में आदिवासियों और मैतेई समुदाय के बीच चल रही हिंसा के बीच आर्टिकल 355 को लागू कर दिया गया है। बता दे कि वाल्टे फेरजवाल जिले के थानलोन से तीन बार के विधायक हैं। रिपोर्ट के अनुसार विधायक और उनके ड्राइवपर लोगों ने हमला कर दिया। हालांकि किसी तरह से वाल्टे को वहां से बाहर निकालने में पीएसओ सफल रहे।

वाल्टे प्रदेश में आदिवासी मामलों के मंत्री थे। मणिपुर हिंसा के दौरान कई दुकानों और घर में आग लगा दी। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने लोगों से अपील की है कि शांति बनाए रखे और। उन्होंने कहा कि संपत्ति के साथ लोगों की जान को नुकसान हुआ है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। मणिपुर के राज्पाल ने दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अनुमति देते हुए कहा कि आपात स्थिति में दंगाइयों को गोली मार दी जाए। प्रदेश में मोबाइल सेवा को बंद कर दिया गया है ताकि अफवाह को फैलने से रोका जा सके।